पुलिस गुरुवार को पीडि़त छात्रा व उसके परिजन को दोबारा स्कूल लेकर गई। यहां उसने बताया कि दरिंदों ने स्कूल के असेम्बली हॉल में उसके साथ हरकत की थी। दरिंदे बच्ची को छुट्टी के वक्त हॉल में ले गए थे। उस वक्त स्कूल का पूरा स्टाफ मौजूद था, लेकिन हैवानियत पर उतारू आरोपियों को कोई फर्क नहीं पड़ा।
हॉल में सीसीटीवी कैमरे भी लगा है, लेकिन दीवार पर टंगा स्पीकर टूटकर कैमरे के ऊपर आ गया है, इससे हॉल में होने वाला मूवमेंट पूरी तरह कैमरे में रिकार्ड नहीं हो रहा है। हॉल के जिस हिस्से में दरिंदे छात्रा को ले गए वहां पर्दे भी पडे़ हैं। जाहिर हैं दरिंदों का स्कूल के अंदर मूवमेंट रहा है। इसलिए गार्ड और स्कूल स्टाफ ने भी उन्हें अंदर आने से नहीं टोका।
सीसीटीवी फुटेज से छेड़खानी का आरोप , स्पीकर की आड़ में कैमरा….
परिजन का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन को पता था बच्ची के साथ दुष्कर्म की कोशिश स्कूल के अंदर हुई है। प्रबंधन घटना को छिपाने सुबूतों से भी खिलवाड़ कर सकता है। गुरुवार को फुटेज चेक किए गए तो उसमें तारीख समय गायब था। स्कूल में 20 कैमरे लगना बताए गए, जबकि पोर्ट 24 हैं। 4 कैमरे कहां गए, कोई नहीं बता रहा है। परिजन का कहना है कि बुधवार को केस दर्ज करने के बाद ही कैमरे की हार्ड डिस्क जब्त करना चाहिए थी।
देते थे सुई लगाने की धमकी
परिजन के अनुसार, मासूम बेटी बस के दो क्लीनर के फोटो देखकर कह रही है कि यही दोनों उसे हॉल में ले गए थे। उसका मुंह दबाया और सुई लगाने की धमकी दी थी। वह कर्मचारी दीवानसिंह का फोटो देखकर कहती है, ये अंकल बहुत खराब हैं। यह भी उसे सुई लगाने की धमकी देते हैं। दीवान सिंह स्कूल से गायब भी है। इसके बावजूद पुलिस ने संदेहियों की सूची से उसका फोटो हटा दिया है।
वर्दी में की पूछताछ संदिग्धों के सामने खड़ा किया छात्रा को
बुधवार को टालमटोल में लगी रही पुलिस ने मुख्यालय के दखल के बाद तेजी दिखाई। मुख्यालय से निर्देश के बाद आनन-फानन में आरोपियों की पहचान की कोशिश की गई। हालांकि पुलिस यह भी भूल गई कि बच्चों से वर्दी में पूछताछ नहीं की जाती और संदेहियों को मासूमों के सामने खड़ा नहीं किया जाता। 4 घंटे तक उसे बड़ों की तरह उसे इंवेस्टीगेशन के लिए रोका गया।
स्कूल प्रबंधन ने ओढ़ी खामोशी
उधर, पूरे मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन ने खामोशी ओढ़ ली है। स्कूल संचालक विजय गुप्ता के मोबाइल नंबर 9301824151 पर दिन में कई बार संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।