नई दिल्ली। पहली बार टी 20 प्रारूप में खेले गए एशिया कप में भारत ने बांग्लादेश को 8 विकेट से हराकर छठी बार खिताब पर कब्जा जमा लिया है। इससे पहले भारत ने पांचों खिताब 50 ओवरों के प्रारूप में जीते थे। इसके साथ ही भारत ने 2016 में टी 20 में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए 11 मैचों में 10वीं जीत दर्ज की। जानिए भारत की बांग्लादेश पर जीत के 5 बड़ेे कारण…
धवन की सजी हुई मैच जिताऊ पारी
सल्लामी बल्लेबाज शिखर धवन ने इस मैच में 44 गेंदों में 60 रन की सजी हुई और मैच जिताऊ पारी खेली। उन्होंने अपनी 60 रनों की इस पारी में 9 तेज तर्रार चौके और गगनुंबी छक्का लगाकर टीम इंडिया को छठा एशिया कप जीताने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि इससे पहले एशिया कप में धवन की फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई थी, क्योंकि इस मैच से पहले धवन ने 3 तीनों में सिर्फ 19 रन ही बनाए थे। लेकिन भगवान का शुक्र है धवन ने सही समय पर फॉर्म में लौटते हुए टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई।
विराट-धवन के बीच अहम साझेदारी
रोहित शर्मा के रूप में पहला विकेट जल्दी गिर जाने के बाद विराट कोहली और शिखर धवन ने संयम भरी पारी खेलते हुए दूसरे विकेट के लिए 94 रनों की अहम साझेदारी की। जिसमें धवन ने 56 और विराट ने 38 रनों का योगदान दिया था। इन्होंने एशिया कप फाइनल मैच में सबसे बड़ी साझेदारी की। इससे पहले मैच में बाग्लादेश की ओर से महमूदुल्लाह और सब्बीर रहमान ने नाबाद 45* रनों की साझेदारी की थी।
विराट की नाबाद पारी
जीत की बुनियाद रखने में विराट कोहली ने अहम भूमिका निभाते हुए नाबाद 41 रन बनाए और एक मजबूत साझेदारी दी। कोहली ने साझेदारी के साथ खेलते हुए जीत के लक्ष्य तक भारत का स्कोर पहुंचाया। कोहली ने 28 गेेंदों में 4 पांच तेज तर्रार चौके लगाते हुए नाबाद 41 रन बनाएं।
धोनी का विजयी छक्का
एक बार फिर विजयी छक्का लगाकार भारत को छठा एशिया कप जीताया। भारत को अंतिम तीन ओवर में सिर्फ 24 रन चाहिए थे। धोनी ने छह गेंद पर नाबाद 20 रन की विस्फोटक पारी खेली। धोनी ने अल अमीन की गेंद पर छक्का, चौका और फिर छक्का जड़कर टीम को जीत दिला दीं।
बुमराह-अश्विन की किफायती गेंदबाजी
भारत की ओर से तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने किफायती गेंदबाजी करते हुए तीन ओवर में क्रमश: 13 और 14 रन देकर एक-एक विकेट हासिल किया।
Home / Uncategorized / ये रहे टी 20 एशिया कप के फाइनल में भारत की जीत के 5 बड़े कारण