अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. यूके त्रिपाठी ने कहा कि इस बार विश्व स्तनपान सप्ताह की थीम है- बेहतर आज और कल के लिए, माता पिता जागररूक करें, स्तनपान को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अक्सर शिकायत रहती है कि उनके दूध बहुत कम आ रहा है। मां का थोड़ा सा दूध भी बच्चें के लिए पर्याप्त होता है। स्तनपान कराने से प्रसव के बाद अत्यधिक रक्स्रावका खतरा कम हो जाता है। स्तन कैंसर, गर्भाशय का कैंसर और अण्डाशय के कैंसर का खतरा कम हो जाता है। महिला का वजन घटाने में सहयोग करता है। उन्होंने कहा कि वाद विवाद प्रतियोगिता के माध्यम से भी लोगों में जागरुकता फैलायी जा रही है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक कुलदीप भारद्वाज ने कहा कि स्तनपान को लेकर शहर और ब्लॉक स्तर पर आशा, आंगनबाड़ी औरएएनएम के माध्यम से परिवार को जागरुक करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जागरुकता फैलाने के लिए ब्लाकस्तर पर नुक्कड़ नाटक, गोष्ठी करके लोगों में जागरुकता फैलायी जा रही है। कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीरेन्द्र भारती, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके शर्मा, सीडीपीओ नीतासनी, पापुलेशन इण्टरनेशनल से आनंद शर्मासहित जिला और कम्युनिटी प्रासेस मैनेजर विजय सिंह और सभी ब्लाकों के ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर उपस्थित रहे।