आगरा। संगमरमरी इमारत और दुनिया में मोहब्बत का पैगाम देने वाले ताजमहल में गुसल की रस्म के साथ शाहजहां के 361वें उर्स का आगाज हुआ। इस मौके पर एएसआई और पुलिस अधिकारियों के साथ खद्दाम-ए-रोज कमेटी के सदस्य मौजूद रहे।
शाहजहां मुमताज की असली मजार के खोले गए दरवाजे खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिरुदीन ताहिर ने शाहजहां और मुमताज की असली मजार के दरवाजे खोल कर प्रवेश करने से पहले अजान दी। इसके बाद उलेमा-ए-किरामो ने गुसल की रस्म अदा कराई। इस मौके पर हाजी तनवीर जमाली ने फातिहा पड़ा और मोलाना हाफिज इरफ़ान साहब ने दुआ की रस्म पूरी की।
रस्मों के बाद पर्यटकों के लिए खोल दी गई असली मजार रस्म पूरी होने के बाद पर्यटकों को शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों के दर्शन का मौका मिला। गौरतलब है कि उर्स के तीनों दिन ताजमहल में देशी विदेशी पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रहेगा।
चार मई को होगी संदल की रस्म खुदाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिरुद्दीन ताहिर ने बताया की चार मई को दोपहर दो बजे उलेम-ए-किरामो द्वारा संदल चढ़ाया जाएगा। इस दौरान असली मजारों पर पर्यटकों का प्रवेश बंद रहेगा।
ये रहे मौजूद इस मौके पर ताहिरुद्दीन ताहिर, एएसआई के रामरतन, सीओ ताज सुरक्षा अवनीश कुमार, सीआईएसएफ सेनानायक एपी सिंह, सैयद मुनव्वर अली, नईम उद्दीन शेख, रिजवान उद्दीन, फिरोज खान और नूर मोहम्मद आदि उपस्थित रहे।