आगरा के ट्रांस यमुना कालोनी निवासी प्रमोद राठौर ने बताया कि अलवर निवासी उनके बहनोई नानक चंद प्रधानमंत्री की धर्मपत्नी को लेकर फिरोजाबाद आए थे। करीब 4:10 बजे नानक चंद ने प्रमोद राठौर को फोन किया, कि जशोदा बेन कुछ समय उनके यहां आराम करना चाहती हैं। करीब 6:10 बजे जशोदा बेन प्रमोद के घर पहुंची, वहां पर भोजन की पूरी व्यवस्था की गई थी, लेकिन उन्होेंने भोजन करने इनकार कर दिया। हालांकि स्वल्पाहार किया।
समय बना बाधा
जशोदा बेन ने ताजमहल देखने की इच्छा जताई। ताजमहल के बंद होने का समय पता किया गया, तो जानकारी मिली कि 5:30 बजे बंद हो जाता है तो वे मायूस हुईं। दोबारा आने का वादा करके वे 7:05 बजे अलवर के लिए रवाना हो गईं। फिरोजाबाद जाते समय वे कुछ देर फतेहपुर सीकरी के गणपति रिसोर्ट में भी रुकी थीं। रिसार्ट के मालिक गुड्डू चाहर ने बताया कि जशोदा बेन ने वहां कॉफी के साथ पकौड़े खाए।