डीसीपी सूरज राय ने बताया कि बुधवार रात को पुलिस को सूचना मिली कि गुड्डा, शिवम और कालिया ईंट मंडी के पास हैं। पुलिस ने वहां से तीनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में गुड्डू में ने बताया कि वो नगला के रहने वाले लखन जाटव के घर के पास रहता है। लखन को बचपन से जानता था। लखन गांजे और शराब का आदी था। अक्सर लोगों से झगड़ा करता था। लखन का क्षेत्र में दबदबा था और उसका दबदबा कम हो रहा था। ऐसे में उसने लखन की हत्या का मन बना लिया। पहले लखन से गहरी दोस्ती की। फिर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने करीब 90 घंटे की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग को खंगाला। जिसके बाद आरोपियों का सुराग मिला। उसके बाद उनकी गिरफ्तारी की जा सकी। परिजनों ने गुड्डू और शिवम के रूप में उनकी पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि लखन 7 अक्टूबर की शाम से लापता था। अंतिम बार लोगों ने गुड्डू, शिवम व एक अन्य के साथ उसे देखा था। थाना प्रभारी सुमनेश विकल के नेतृत्व में टीम ने जब उनके घर पर दबिश दी तो पता चला कि ये तीनों युवक 7 अक्टूबर से ही गायब हैं। इस पर पुलिस का शक और गहरा हो गया। पुलिस ने उनकी मोबाइल लोकेशन को ट्रेस करना शुरू किया। 7 अक्टूबर को लखन की हत्या के लिए अपने दोस्त शिवम और कालिया को बुला लिया। शिवम के कंटेनर में बैठकर वो लखन के पास गए। वहां सब ने शराब पी।
इसके बाद उन्होंने लखन से कहा कि शाहदरा पेट्रोल पंप के पास काफी लोहा पड़ा है। लोहा बेच कर अच्छे पैसे मिल जाएंगे। लखन को वहां ले जाकर रॉड मारकर उसकी हत्या कर दी। वहीं कूड़े के ढेर में उसका शव छिपा दिया। गुड्डू पहले भी हत्या के मामले में जेल जा चुका है। पुलिस ने इनके पास से अवैध तमंचा भी बरामद किया है। डीसीपी सूरज राय के अनुसार 10 अक्टूबर को शाहदरा कूड़े के ढेर में एक युवक का शव मिला था। एक कैमरे में पुलिस को कुछ संदिग्ध युवक दिखाई दिए। पुलिस ने शव मिलने के बाद से शाहदरा क्षेत्र में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले। करीब 25 सीसीटीवी की चार दिन की 90 रिकॉर्डिंग खंगाली गई।