शही के परिवार का सीआरपीएफ से गहरा नाता रहा है। उनके अधिकतर लोग सीआरपीएफ में तैनात हैं। बीके रावत सीआईएसएफ में कमांडेंट हैं। उनके बड़े भाई कमल किशोर रावत ने बताया कि 115 बटालियन में तैनात कौशल किशोर रावत सिलीगुड़ी में तैनात थे। लेकिन, गुरुवार को उन्हें श्रीनगर में 76 बटालियन में प्रतिनियुक्त मिली थी। लेकिन, आतंकियों ने बीच रास्ते में ही हमला कर दिया। जिसमें वो शहीद हो गए।
कौशल किशोर के परिवार में उनकी पत्नी ममता रावत, बेटी अपूर्वा रावत और दो बेटे हैं। एक बेटा अभिषेक रूस से एमबीबीएस कर रहा है तो छोटा बेटा गुड़गांव में मां के साथ रहता है और 12वीं की पढ़ाई कर रहा है। कौशल किशोर रावत के पिता गीताराम रावत को उनकी शहादत पर गवै है।