आगरा। समाजसेवी अशोक जैन सीए के निधन के बाद उनके भ्रता राजकुमार जैन को आगरा विकास मंच का अध्यक्ष घोषित किया गया है। राजकुमार जैन से अपेक्षा की गई कि वे अशोक जैन सीए की तरह ही समाजसेवा में रत रहेंगे। उन्होंने सबको भरोसा दिलाया कि परिवार पहले की तरह सेवा कार्य करता रहेगा। नेत्रदान, हृदय ऑपरेशन, चिकित्सा शिविर और धार्मिक आयोजन पहले की तरह होंगे। अशोक जैन सीए से प्रेरणा लेकर सेवा भाव को और सुदृढ़ किया जाएगा।
जैन दादाबाड़ी शाहगंज में आयोजित अंतराय कर्म पूजा के अवसर पर राजकुमार जैन को अध्यक्ष घोषित किया गया। इस मौके पर फाद मून लाजरस ने कहा- इस संसार में जो मानव सेवा और परोपकार के लिए जीते हैं, उन मानवों को मानव शरीर में देव आत्मा कहा जाता है। अशोक जैन सीए ने कुछ ऐसा ही किया। पूजा के दौरान प्रभु कलीकुंड पार्श्वनाथ भगवान की अंगरचना सबको मोहित कर रही थी। आगरा विकास मंच के सुनील कुमार जैन ने बताया कि अशोक जैन सीए का सपना था आगरा में दिव्यागों के लिए अस्पताल बनाना। इस कार्य को प्राथमिकता पर किया जाएगा। दिव्यांगों की सेवा करने के बाद उनका स्वर्गवास हुआ है। सेवा कार्यों को दोगुनी गति के साथ किया जाएगा।
पूजा कार्यक्रम में शहर की तमाम गणमान्य लोगों ने शिरकत की। अशोक जैन सीए के जीवन को विश्वविद्यालय बताया। समाजसेवी हरविजय सिंह बाहिया ने कहा कि वे बहुआयामी प्रतिभा के धनी सरल आत्मा, समतामूर्ति, सेवा और सहयोग के जीवंत स्वरूप थे। उनके जाने से इतिहास का एक अध्याय समाप्त हो गया। अन्य वक्ताओं में प्रमुख रूप से मौलाना उजैर आलम, सुरेंद्र जैन (मुन्ना बाबू), विजय सेठिया आदि थे। यशवंत गोलेछा ने पूजा कराई। बृजेंद्र लोढ़ा, महेंद्र जैन, रीता ललवानी आदि ने भजन गंगा प्रवाहित की।
यह भी पढ़ेंअद्भुत, अनुकरणीय, अकथनीय, अकल्पनीय, अक्षत, अखंड विकलांग सेवा, देखें वीडियोउल्लेखनीय उपस्थिति प्रवक्ता संदेश जैन ने बताया कि राजकुमार जैन को आगरा विकास मंच का अध्यक्ष बनाने का फैसला सर्वसम्मति से किया गया। मंच से जुड़े डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. बीके अग्रवाल, डॉ. धमीजा आदि ने अधूरे सेवा कार्यों को गति देने का निश्चय किया। प्रमुख रूप से राजकुमार जैन, अजय सकलेचा, जयराम दास, हेमंत भोजवानी, सुशील जैन, सुनील कुमार जैन, संदेश जैन, कमल चंद जैन, विमल जैन, धर्मेंद्र मुथा, महेंद्र जैन, योगेश मुथा, अनुज बोर्डिया, ध्रुव जैन, आशीष जैन, अतिन जैन, अरुण जैन, प्रियम ललवानी, मनीष बाछर आदि मौजूद थे।