ये मामला थाना सिकंदरा क्षेत्र के रुनकता स्थित आश्रम का है। यहां पहले जिस नामचीन आश्रम का नाम सामने आ रहा था, उस आश्रम के पदाधिकारियों ने साफ इंकार कर दिया, कि ये आश्रम उनका नहीं है। श्री ओम शांति आश्रम नाम से संचालित इस आश्रम को भगवान सिंह चला रहा था। आश्रम में रहने वाली युवती ने उस पर दुष्कर्म का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी आश्रम संचालक को गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित युवती का मेडिकल परीक्षण हो गया है। पीड़िता ने पुलिस को चौंकाने वाले बातें बताई हैं।
पीड़ित युवती और भगवान सिंह दोनों ने बताया है कि आश्रम से अनुयायी युवतियों और सेवादारों को दूसरे आश्रमों में भी भेजा जाता था। सिकंदरा पुलिस ने बताया कि पीड़ित युवती के मजिस्ट्रेटी बयान के बाद यह मालूम किया जाएगा कि युवतियां किस-किस आश्रम में और किस मकसद से भेजी जाती थीं। वहीं आरोपी भगवान सिंह ने बताया कि युवतियों को सेवा कार्य के लिए भेजा जाता था। पीड़ित युवती ने बताया कि भगवान सिंह मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी देता था, यही वजह रही कि कोई भी युवती विरोध करने का साहस न जुटा सकी।