सिर्फ राष्ट्रवाद कर्नल विजय तोमर ने कहा कि आमतौर पर नेशनल फर्स्ट ग्रुप में सक्रिय नहीं हूं। इतने गंध और फैलाव के बीच भी सिर्फ भारतीय सेना ही बची है, जिसको हो सकता है कोई भी राजनीतिक दल अपने लिए इस्तेमाल करने की कोशिश करे। यही वह कील है, जिसके आसपास पूरा जहाज बनता है। टैंक में चार आदमी होते हैं। 10 लीटर पानी होता है। सबकुछ इसी से करना होता है। इस तरह के संस्थान में हम रहे हैं। दुनिया में एक कबीला ऐसा है, जिसे फौज कहते हैं। यह एक ही भाषा जानता है और वह है राष्ट्रवाद। व्यक्तिगत लेकर विद्वेष मानते हैं तो राष्ट्रवाद पीछे रह जाता है। आपकी व्यक्तिगत कुंठाएं बाहर आने लगती है, जिसे रोकने की जरूरत है।
चुनाव के वक्त पता चला कि मैं ठाकुर हूं उन्होंने यह भी बताया कि लोकसभा चुनाव के समय जब मेरे नाम पर विचार हुआ, तब पता चला कि मैं ठाकुर हूं। मैंने यह बात भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल भी कहा कि आज जाति से कर्नल हार गया। आज की राजनीति पर उन्होंने यह करारा कटाक्ष किया।
सेना का एक ही धर्म- तिरंगा कार्यक्रम में कर्नल जीएम खान ने कहा कि भारतीय सेना में कोई धर्म नहीं होता है। एक ही धर्म है और वह है तिरंगा। कर्नल सुरेन्द्र रावत ने भारतीय सेना के बारे में महत्वूर्ण जानकारी दी। समाजसेवी रवीन्द्रपाल सिंह टिम्मा ने कहा कि उनके पिता सेना में थे और टैंक बनाए। संचालन मेहताब खान एडवोकेट कर रहे थे। कार्यक्रम का संयोजन कर्मल जीएम खान, मेहताब खान और शायर अमीर अहमद एडवोकेट ने किया। उन्हीं की पहल पर यह कार्यक्रम हुआ।