मौत के बाद जिंदा भी हुए थे…
बृजमोहन जोशी बुखार से पीड़ित थे। उनके बेटे मोहित जोशी ने बताया कि सात नवम्बर को उन्हें बीएल कपूर अस्पताल, करौल बाग, दिल्ली में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में डेंगू की पुष्टि की। गुरुवार को प्लेटलेट्स घटकर छह हजार रह गई थीं। शुक्रवार की शाम को तबियत अधिक खराब हो गई। चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। आगरा में भाजपा नेता शोक प्रकट करने लगे। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जाने लगी। उन्हें एम्बुलेंस से आगरा लाया जा रहा था। रास्ते में एम्बुलेंस में बैठे चिकित्सक ने बताया कि हृदय धड़क रहा है। इसके बाद उन्हें वापस दिल्ली ले जाया गया। मनोहर लोहिया अस्पताल, दिल्ली में भर्ती कराया गया है।
बृजमोहन जोशी बुखार से पीड़ित थे। उनके बेटे मोहित जोशी ने बताया कि सात नवम्बर को उन्हें बीएल कपूर अस्पताल, करौल बाग, दिल्ली में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में डेंगू की पुष्टि की। गुरुवार को प्लेटलेट्स घटकर छह हजार रह गई थीं। शुक्रवार की शाम को तबियत अधिक खराब हो गई। चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। आगरा में भाजपा नेता शोक प्रकट करने लगे। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जाने लगी। उन्हें एम्बुलेंस से आगरा लाया जा रहा था। रास्ते में एम्बुलेंस में बैठे चिकित्सक ने बताया कि हृदय धड़क रहा है। इसके बाद उन्हें वापस दिल्ली ले जाया गया। मनोहर लोहिया अस्पताल, दिल्ली में भर्ती कराया गया है।
आज सुबह हुई मौत
रविवार की सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर चिकित्सकों ने भाजपा नेता बृजमोहन जोशी की मौत की पुष्टि की, तो भाजपाइयों में शोक की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में आगरा से भाजपा नेता दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। बृजमोहन जोशी के पुत्र मोहित जोशी ने बताया कि अंतिम संस्कार दिल्ली में ही किया जाएगा।
रविवार की सुबह 7 बजकर 55 मिनट पर चिकित्सकों ने भाजपा नेता बृजमोहन जोशी की मौत की पुष्टि की, तो भाजपाइयों में शोक की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में आगरा से भाजपा नेता दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। बृजमोहन जोशी के पुत्र मोहित जोशी ने बताया कि अंतिम संस्कार दिल्ली में ही किया जाएगा।
कौन हैं बृजमोहन जोशी
बृजमोहन जोशी का चांदनी चौक दिल्ली में साड़ी का शोरूम है। वे भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर बाह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके थे। बाहरी होने के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वैसे से मूल रूप से बाह के गांव शाहपुर ब्राह्मण के निवासी हैं। चुनाव लड़ने के बाद वे लगातार बाह क्षेत्र में सक्रिय रहे। फतेहपुर सीकरी से विधायक चौधरी उदयभान सिंह के खासे निकट हैं।