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आगरा

मनुष्य को उसका पाप मारता है, हमेशा दो वस्तुओं से डरो…

फूलों की होली संग हुआ रासोत्सव का समापन, आशीर्वाद लेने की मची रही होड़

आगराJan 01, 2019 / 11:47 am

अभिषेक सक्सेना

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मनुष्य को उसका पाप मारता है, हमेशा दो वस्तुओं से डरो…

आगरा। जीव यदि पूरी निष्ठा से प्रभु की भक्ति करता है तो वह बलि बनता है एवं उस पर कृपा करने के लिए भगवान स्वयं वामन के रूप में आते हैं। परमात्मा जब द्वार पर आते हैं तो तीन कदम पृथ्वी अर्थात तन, मन एवं धन जीव से मांगते हैं। तन से सेवा, मन से सुमिरन व धन से सेवा जो बलि की भांति करता है, भगवान उसके द्वारपाल बनते हैं और वही अक्षुण्ण साम्राज्य को प्राप्त करता है। कंस के अत्याचार और पाप के कारण भगवान ने अवतार लिया। मनुष्य को उसका पाप मारता है। हमेशा दो वस्तुओं से डरो ईश्वर और पाप से। इसलिए भगवान की भक्ति पूरी तन्मयता से करनी चाहिए। ये कहना था रासोत्सव का मंचन करते हुए पदम् श्री हरिगोविन्द महाराज के शिष्य मुकेश हरि शर्मा एवं प्रदीप शर्मा का। जयपुर हाउस स्थित जनक महल पार्क में श्री राधे चैतन्य महाप्रभु सेवा समिति परिवार द्वारा आयोजित रासोत्सव 2018 में नौवें दिन प्रातः के सत्र में मुरारी महाप्रभु लीला व संध्या सत्र में बृज की फूलों की होली लीला का मंचन किया गया।
Shri </figure> Krishna leela, chaitnay mahapradbhu, Krishna, <a  href=Holi , Holy , flower holi , radha , Yashoda , Religion , braj , Brij , GOD , bhagwan , Raja , devta , paap , punya , dharma , Dharm” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/01/01/kk_3911387-m.jpg”>फूलों की होली से हुआ समापन
रासोत्सव के नौवे दिन समापन पर सोमवार को मनोहारी फूलों की होली व चैतन्य महाप्रभु के वैराग के कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण हुआ। जनक महल पार्क पर आयोजित रासोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की ऐसी अनूठी छटा बिखरी कि मौजूद दर्शक अपलक ही इन दृश्यों को निहारते रहे। कार्यक्रम में पहुंचे सैकड़ों लोगों ने भगवान श्रीकृष्ण, राधा के साथ फूलों की होली खेली। होरी खेलन आयौ श्याम आज जाए रंग में बोरों री, फाग खेलन बरसाने आए हैं, नटवर नंद किशोर, नैनन में श्याम समाए गयौ आदि भजनों पर समूचा प्रागंण झूम उठा। इस दौरान श्रीकृष्ण के जयकारों से पूरा प्रांगण गूंज उठा। जयपुर हॉउस का नजारा भक्तिरस मे सराबोर रहा। अंत में फूलों की होली हुई तो ठाकुरजी का आशीर्वाद लेने की होड़ लग गई।
श्री गौरांग लीला
श्री चैतन्य महाप्रभु अपनी लीला में अनन्य निष्ठा शिक्षा देते हैं। श्रीवास जी के घर होने वाले संकीर्तन में महाप्रभु को विष्णु का आवेश होता है और वह गरुण को पुकारते हैं। गुप्त मुरारी गरुण आवेश में आकर महाप्रभु को अपने कंधे पर उठा नृत्य करते हैं और महाप्रभु मुरारी के जूठे जल को पीकर भक्त धर्मावत प्रथा को बढ़ाते है। प्रभु की आज्ञा पर राम भक्त मुरारी रात्रि में अपने घर श्री कृष्ण का कीर्तन करते है लेकिन उनको दर्शन राम जी के होते हैं। प्रातः काल मुरारी अपने को अपराधी मानकर महाप्रभु की शरण मे जाते हैं। महाप्रभु उसके मस्तिष्क पर राम भक्त लिख कर प्रसन्न होकर कहते हैं कि मैं तुम्हारी अनन्य निष्ठा की परीक्षा ले रहा था, जिसमें तुम सफल रहे। मानव को एक इष्ट की भक्ति करनी चाहिए।
श्री कृष्ण लीला
लीला के प्रारंभ में श्री राधा कृष्ण का प्रथम मिलन संकेत नामक स्थान पर उस समय होता है जब श्री कृष्ण बरसाना व श्री कृष्ण नंद गांव से खेलते हुए दोनों संकेत नाम के स्थान पर पहुंचते हैं और श्री कृष्ण के आग्रह पर श्री राधा एक दिन नंद गांव नंद भवन में होली खेलने के भाव से आती हैं। मां यशोदा श्री राधा को नया वस्त्र ओढा एवं मांगलिक वस्तुओं से उनकी गोद भर अपना मनोरथ बनाती हैं और अपने गांव बरसाना आने से पहले श्री कृष्ण को ग्वाल बाल सहित होली खेलने का न्योता देती हैं। फागुन मास में श्री कृष्ण अपने सखाओं के साथ होली खेलने जाते हैं। राधा जी की सखियां और श्री कृष्ण केशव के मध्य परस्पर विनोद आत्मक संवाद होता है। गोपियां कृष्ण के लाठियों सखाओं का स्वागत करती हैं। ग्वाल बाल ढालों पर स्वागत स्वीकार करते हैं। राधा माधव के मध्य परस्पर फूलों की होली से सभी दर्शक बड़े प्रसन्न होते हैं। अंत में राधा की सखियां कृष्ण को पकड़कर गोपी बना देती हैं। कुछ भक्त भी गोपी बन होली का आनंद लेते हैं और पूरे पंडाल पर फूलों की वर्षा कर भक्तों को होली का आनंद प्रदान किया जाता है। इसी के साथ नव दिवसीय रास उत्सव का समापन होता है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर दिनेश अग्रवाल, रमा शंकर अग्रवाल, बब्बू भैया, वीरेन्द्र गोयल, बृज मोहन बंसल, राम कुमार खन्डेलवाल, नरेन्द्र पुसनानी, मनोज गर्ग, संजय गोयल, रन्जीत सामा, प्रवीन बन्सल,सुरेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, बबलू बन्सल, अज्जू भाइ, दिवाकर महाजन, मनोज मंगल,रिन्कू बन्सल, पंकज गर्ग, रमेश चन्द, निर्मला दीक्षित,हर्षा करीरा, सुनीता बंसल, कुसुम पांडे, सीमा गोयल, बबिता गोयल, उर्मिला अग्रवाल, अलका बन्सल आदि मौजूद रहे।

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