सूर्य 16 जुलाई को कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। अपने राहु और बुध कर्क राशि में चल रहे हैं उनके साथ सूर्य आ जाएंगे। सूर्य और राहु का योग ग्रहण योग बनाता है। केतु मकर राशि में चल रहा है और मकर राशि में मंगल की उच्च राशि है। इसलिए मंगल, राहु, केतु, सूर्य और बुध का जो योग बन रहा है वो सही नहीं है आम जनमानस के लिए। आने वाले समय में घटनाक्रम तेजी से बदलेगा। ऐसा ज्योतिषाचार्यों का मानना है। इसलिए इन राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। ज्योतिषाचार्य डॉ.अरविंद मिश्र का दावा है कि संसार में कुछ घटनाएं ऐसी होंगी जो अप्रत्याशित घटित होंगी। ये समय सरकार के लिए तनाव और परेशानी भरा हो सकता है। इस समय अत्यंत वर्षा, भूकंप, भूस्खलन और दुर्घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। 27 जुलाई को चंद्र ग्रहण का होना भी इसी का पर्याय है। जो भी ग्रहण पड़ते हैं वे इन्हीं चक्रों में पड़ते हैं।
व्यापारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सूर्य एक सप्ताह पहले ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। जिसका असर दिखना शुरू हो गया है। सरकारी कर्मचारियों, सरकारी संस्थाएं सूर्य के अधीन आती है। इनके मनोबल पर प्रभाव रहेगा। नेता अधिकारी सूर्य के अधीन होते हैं इसलिए आने वाले समय में बेतुके बयानों की झड़ी लग सकती है। नेता आने वाले दिनों में कंफयूजन में रहेंगे।
ये योग जनता, व्यापारियों के परेशानियों का सबब बनेगा। एक पाख में तीन ग्रहण पड़ रहे हैं जो घातक साबित होते हैं। गायत्री मंत्र, सूर्य मंत्र का जाप करें। 17 अगस्त को ये सूर्य सिंह राशि में सुबह छह बजकर पचास मिनट पर चले जाएंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ.अरविंद मिश्र का कहना है कि इस समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। दुर्घटनाओं से बचने के लिए वाहन आदि सावधानीपूर्वक चलाएं। व्यसनों से बचने की जरूरत है। तीन ग्रहणों से पड़ेगा प्रभावी असर
ज्योतिषाचार्य डॉ.अरविंद मिश्र का कहना है कि जब भी एक पाख में तीन ग्रहण पड़ते हैं तो वे घातक सिद्ध होते हैं। इस बार भी तीन ग्रहण पड़ रहे हैं। पहला सूर्य ग्रहण 13 जुलाई को पड़ चुका है। दूसरा चंद्र ग्रहण 27 जुलाई को पड़ेगा जिसका असर भारत में भी देखने को मिलेगा, वहीं तीसरा सूर्य ग्रहण 11 अगस्त को पड़ रहा है।