यह है पूरा मामला
दरअसल एक नवविवाहित जोड़े का मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा था। दंपती की शादी छह महीने पहले हुई थी। मामला पत्नी के गुटखा खाने का था. काउंसलर ने कुछ महीने पहले दोनों में सुलह करा घर भेज दिया था। मामला जब दोबारा काउंसलर के सामने पहुंचने पर पति को तीन बार तारीख दी गई।
पत्नी ने वाला किया था कि गुटखा छोड़ दूंगी
पति ने आरोप लगाया है कि पत्नी को गुटखा खाने की आदत है। रसोई से लेकर घर के कोनों में जहां-तहां पीक मार देती है जिससे घर में गंदगी होती है। पत्नी ने गुटखा खाने की लत छोड़ने का वादा किया था इसलिए वह उसे दोबारा अपने साथ लेकर गया था।
कुछ दिन सही रहने के बाद पत्नी ने दोबारा घर में पीक मारना शुरू कर दिया। पति का कहना था कि पत्नी ने अपना वादा तोड़ दिया, इसलिए वह उसे लेकर नहीं जाएगा।
पत्नी ने नकारे आरोप
पत्नी का कहना था कि पति दहेज के लिए उसका उत्पीड़न करता है। उस पर गुटखा खाकर पीक मारने का आरोप लगाकर पिंड छुड़ाना चाहता है।