दरअसल दो वर्ष पूर्व आगरा में दो वेलनेस सेंटर स्वीकृत हुए। इनमें से एक केंद्र आगरा के लेडी लॉयल अस्पताल में तय हुआ वहीं दूसरा फतेहपुर सीकरी विधानसभा के किरावली सीएचसी पर स्वीकृत हुआ। इसके बाद किरावली के लिए योग प्रशिक्षक की नियुक्ति हुई लेकिन यह योग प्रशिक्षक एक दिन भी किरावली पहुंचा ही नहीं। अधिकारियों की मिली भगत से इसे आगरा के लेडी लॉयल केंद्र पर अटैच कर दिया गया। ‘चहेते’ योग प्रशिक्षक को लाभ दिलाने के लिए लेडी लॉयल केंद्र पर दो वर्षों तक योग प्रशिक्षक की नियुक्ति ही नहीं की गई, क्योंकि लेडी लॉयल केंद्र पर नियुक्ति होते ही इस योग प्रशिक्षक को अपनी मूल तैनाती किरावली केंद्र पर जाना पड़ता।
आखिरकार दिसंबर 2019 में लेडी लॉयल केंद्र पर नए योग प्रशिक्षक की नियुक्ति करनी पड़ी, इसके बाद भी यह योग प्रशिक्षक भी लेडी लॉयल केंद्र पर ही जमा हुआ है। अधिकारियों से सेटिंग कर एक बार फिर यह योग प्रशिक्षक किरावली न जाकर शहर में ही डंटे रहने की कोशिश में जुट गया है।
क्षेत्र की जनता ने इस बाबत राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह से शिकायत की, दो वर्ष बाद भी आखिर किरावली में योग प्रशिक्षक क्यों नहीं आ रहा है? इस पर राज्यमंत्री ने क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी से नाराजगी जाहिर की। राज्यमंत्री ने क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि तत्काल किरावली वेलनेस सेंटर पर नियुक्त हुए योग प्रशिक्षक को उसकी मूल तैनाती पर भेजा जाए और दो वर्ष तक यह योग प्रशिक्षक आगरा में क्यों जमा रहा, इस पर विस्तृत जवाब दें।
वर्जन- – निरोग काया के लिए योग आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हेैं कि योग घर-घर पहुंचे। जानकारी मिली है कि मेरी विधानसभा क्षेत्र में तैनात योग प्रशिक्षक आता ही नहीं। इस संबंध में क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी (डीओ) निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप क्षेत्र की जनता को योग का लाभ अवश्य दिलाया जाएगा।
चौधरी उदयभान सिंह, राज्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार — -दो वर्ष पूर्व किरावली सीएचसी पर स्वीकृत हुए वेलनेस सेंटर के लिए योग प्रशिक्षक नियुक्त किया था। जिलाधिकारी के आदेश पर उसे लेडी लॉयल अटैच किया गया था। इस बाबत राज्यमंत्री चौधरी उदभान सिंह ने जवाब तलब किया है। राज्यमंत्री के आदशानुसार सोमवार को उक्त योग प्रशिक्षक को उसकी मूल तैनाती वाले किरावली सीएचसी केंद्र पर भेज दिया जाएगा।
जेके राणा, क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी — -मैंने जबसे जॉइन किया है तब से अब तय यहां कोई योग प्रशिक्षक नहीं आया है। अब जानकारी मिल रही है कि आयुष विभाग की तरफ से एक योग प्रशिक्षक यहां भेजा जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो सरकार की मंशा के अनुरूप योग को बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा।
डॉ राजकमल, प्रभारी चिकित्साधिकारी, किरावली सीएचसी