आर्य समाज और महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों ने देशभक्ति, नशामुक्ति, शिक्षा सेवा के कार्य करके देश के विकास में बड़ा योगदान दिया है। प्रतिवर्ष 1 करोड़ रुपए दान देने की घोषणा राज्यपाल ने विश्व में वेद विचारों के प्रचार-प्रसार के कार्य के लिए प्रतिवर्ष 1 करोड़ रुपए दान देने की घोषणा की।
250 करोड़ की लागत से एक बड़ा केंद्र बनेगा ज्योति तीर्थ टंकारा की भूमि पर लगभग 250 करोड़ की लागत से जन-जन को नई दिशा देने वाली नई चेतना, नई ऊर्जा और ज्ञान का एक बड़ा केंद्र तैयार होगा। ज्ञान तीर्थ स्मारक के लिए टंकारा हाइवे पर 15 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली गई है। इस कार्य को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में सरकार का भी सहयोग मिलेगा। डेमी नदी पर चेक डैम बनाने की योजना बनाई जा रही है ताकि नदी में बारह महीनों पानी रहे।
शोभायात्रा में उमड़े लोग टंकारा में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के समारोह का उद्घाटन राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किया। समारोह स्थल करसनजी का अंगना से शोभायात्रा निकाली गई। राज्यपाल ने शोभायात्रा का स्वागत किया। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।साथ लाई गई यज्ञ ज्योत प्राप्त कर उसे यज्ञ वेदी को समर्पित किया गया। राज्यपाल ने लेडी गवर्नर दर्शनादेवी के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन में भी हिस्सा लिया।
शोभायात्रा में महर्षि दयानंद सरस्वती की रचित पुस्तक ‘सत्यार्थ प्रकाश’ एवं ज्योत के साथ राज्यपाल उत्साहपूर्वक उत्सव में शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर राज्यपाल ने गाय की पूजा की और ध्वजारोहण किया। राज्यपाल ने महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर तैयार की गई स्वामी दयानंद सरस्वती के जीवन, कार्य और संदेश पर आधारित विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
प्रदर्शनी में आर्य समाज की स्थापना और विकास के साथ-साथ महर्षि दयानंद सरस्वती की भारत यात्रा, भारतभर में आर्य संस्थानों, मानचित्रों में महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवन का अवलोकन, विभिन्न पुस्तकों आदि को दर्शाने वाले स्थानों को प्रदर्शित किया गया।