गुजरात चुनाव में इस मुद्दे मोदी ने संभवत: पहली बार बोला है। कपिल सिब्बल के बयान पर धंधुका की चुनावी सभा में मोदी ने कांंग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस को लोक सभा चुनाव के नाम पर मंदिर मुद्दे लटकाना नहीं चाहिए। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में दलील देते हुए कहा कि राम मंदिर का मुद्दा 2019 के लोकसभा चुनाव तक नहीं चलाना चाहिए। इसके तुरंत बाद मंगलवार को अमित शाह ने भी कांग्रेस को घेरा था।
खास बात यह है कि मोदी ने अयोध्या में बाबरी ढांचा विध्वंस क ी 25वीं बरसी पर ही सभा में यह मुद्दा उठाया। मोदी ने दाहोद व नेत्रंग की सभाओं में स्थानीय मुद्दों पर भी बात की। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता यह कह रहे हैं कि यह सिब्बल का अपना बयान है, इस पर उन्होंने पूछा कि क्या चुनाव कौन लड़ रही है वक्फ बोर्ड या कांग्रेस? मोदी ने कहा कि सिब्बल का सुप्रीम कोर्ट में दलील देना उनका अधिकार है, लेकिन मंदिर के मुद्दे को 2019 के चुनाव से क्यों जोड़ा जाए?
मोदी ने कहा कि बाबरी मस्जिद के मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट में 2019 के लोकसभा चुनाव तक नहीं चलाने की मांग अनुचित है। आखिर राम मंदिर का मुद्दा चुनाव के नाम पर लटकाने की क्या जरूरत है। सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा बोलना उचित नहीं है। वहीं दाहोद की रैली में मोदी ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को उनके वकील सिब्बल के बयान से अपने को अलग करने के साहसिक रवैए को लेकर बधाई दी।
कांग्रेस ने अंबेडकर का भी अपमान किया
धंधुका की सभा में मोदी ने मोदी ने अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर स्मरण करते हुए कांग्रेस पर सरदार पटेल का को अपमानित करने के आरोप के बाद अब बाबा साहब डॉ. अबेडकर को भी अपमानित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न सिर्फ देश के सरदार पटेल का ही अपमान किया है, बल्कि डॉ. अंबेडकर का भी अपमान किया है। सिर्फ एक परिवार का भला करने के लिए कांग्रेस लगातार देश के मजबूत शख्सियतों को कमजोर करने का षड्यंत्र रचती रही है। उस समय पंडित नेहरु का बोलबाला था। देश के संविधान निर्माता अंबेडकर को संविधान सभा का चुनाव लडऩे के लिए बंगाल तक जाना पड़ा, तब जाक र अंबेडकर संविधान सभा में आ सके। मोदी के मुताबिक अंबेडकर ने ही भारत के खुद के रिजर्व बैंक का विचार दिया था।
लोकसभा-विधानसभा चुनाव एक साथ हों
मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान में हर 6 महीने पर कहीं ना कहीं चुनाव होते रहते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि देश में विकास के या अन्य काम रुक जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ ही कराए जाने चाहिए, इससे खर्च भी कम होगा।
ट्रिपल तलाक पर जेल का प्रावधान!
मोदी ने ट्रिपल तलाक का मुद्दा उठाते कहा कि ट्रिपल तलाक का मुद्दा जब सुप्रीम कोर्ट में था तब केंद्र सरकार को शपथपत्र पेश करना था। तब मीडिया में यह बात हो रही थी कि मोदी सरकार यूपी में चुनाव के कारण चुप रहेगी। क्योंकि इससे उनको लगता था कि ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर कुछ भी कहने से भाजपा यूपी का चुनाव हार जाएगी, लेकिन वे और उनकी सरकार ट्रिपल तलाक पर पूरी तरह स्पष्ट थे। चुनाव आते-जाते रहेंगे, लेकिन मानवता पहले है। अब वह ट्रिपल तलाक पर कड़ा कानून संसद ला रहे हैं, जिसमें जेल की सजा का प्रावधान होगा।
सफाई- मैं वक्फ बोर्ड का वकील नहीं
&मुझे इस पर आपत्ति नहीं कि सिब्बल मुस्लिमों की तरफ से केस लड़ रहे हैं पर वे ये कैसे कह सकते हैं कि अगले चुनाव तक अयोध्या मामले का कोई हल नहीं होना चाहिए? इसका संबंध लोकसभा चुनाव से कैसे है? नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
&पीएम को जानना चाहिए कि मैं सुन्नी वक्फ बोर्ड का वकील नहीं। मोदी जी के कहने से मंदिर नहीं बनेगा। भगवान जब चाहेंगे तब मंदिर बनेगा। मामला कोर्ट में है। कपिल सिब्बल, कांग्रेस नेता
&सुन्नी वक्फ फोर्ड ने भी कहा है कि वह कोर्ट में सिब्बल से सहमत नहीं है। यह निश्चित है कि सिब्बल ने आला कमान के आशीर्वाद से कांग्रेस नेता के रूप में बोला। राम मंदिर पर कांग्रेस का शर्मनाक दिखावा। – अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भाजपा
हम जल्द समाधान चाहते हैं : महबूब
सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य और बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने सिब्बल के बयान को गलत करार देते हुए कहा, ‘हां, कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं, लेकिन वह एक राजनीतिक दल से भी जुड़े हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट में दिया गया उनका बयान गलत है। हम इस मसले का जल्द से जल्द समाधान चाहते हैं।’ हाजी महबूब ने कहा, ‘मैं तो चाहता हूं कि यह मसला जल्द से जल्द हल हो जाए।
सिब्बल ने किस अंदाज से कह दिया कि 2019 के बाद सुनवाई हो? यह मैं गलत समझता हूं। 25 साल गुजर गए, मैं नहीं चाहता हूं कि 1992 की तस्वीर फिर दोहराई जाए। वह कांग्रेस के नेता भी हैं, हमें पता नहीं था कि वह ऐसी बात कहेंगे।’