जांच एजेंसी की ओर से यह भी दलील दी गई कि आरोपी गत पांच महीने से फरार था और इसमें उसकी किन-किन लोगों ने किस तरह से मदद की। आरोपी के इस अपराध में शामिल होने को लेकर तकनीकी सबूत है। इस मामले में शुरुआत से लेकर अंत तक आरोपी की भूमिका रही है। आरोपी ने गैरकानूनी रूप से लाभ लेकर किसे कितना हिस्सा दिया? आरोपी पालडिया ने कोटडिया के कहने पर आंगडिय़ा पेढ़ी के मार्फत 25 लाख रुपए नमन दूधात को भिजवाए थे और यह रकम नमन ने राजकोट के ननकूभाई को भिजवाए थे। दोनों जगहों से इस संबंध मेंं पुर्जे मिले है और रकम भी जप्त की गई है। इसके अलावा इस मामले में रकम की हेराफेरी किस तरह से की गई। कोटडिया इस मामले के अन्य आरोपियों की संलिप्तता के बारे में जवाब नहीं दे रहे हैं। 32 करोड़ के हवाला की राशि रद्द किए जाने के बाद कोटडिया ने केतन व जतिन के साथ क्या बातचीत की? इस प्रकरण के दौरान आरोपी ने दो मोबाइल फोन का उपयोग किया, लेकिन गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास से कोई मोबाइल नहीं मिला है। इन सभी सवालों के बारे में आरोपी से पूछताछ करनी है। इसके लिए जांच एजेंसी को दस दिनों के रिमाण्ड की जरूरत है।