वोट बैंक एकत्रित करने के लिए कांग्रेस अब 2017 मे 2002 की घटना के लिए माफी मांगने की बात कर रही कर रही है।शाह ने कहा कि बनासकांठा जिले की वडगाम सीट से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया, बल्कि वहां पर दलित नेता जिग्नेश मेवानी का समर्थन किया, राहुल से मुलाकात भी हुई, लेकिन अब जो तथ्य सामने आ रहे हैं वह काफी चौकाने वाले हैं। शाह ने कहा कि मेवाणी के देश विरोधी गतिविधियों का काम करने वाली पीएफआई की ओर से फंड लेने का फोटो वायरल हुआ है।
पीएफआई देश विरोधी गतिविधि के लिए आईएसआईएस के लिए लोग तैयार करती है। एनआईए ने अब्दुल नामक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। जिसने लव जेहाद के लिए जोसेफ का हाथ काटा था। इसके लिए पीएफआई को जिम्मेदार माना जा रहा है।
शाह ने कहा कि इससे बड़ा वोट बैंक पॉलिटिक्स का कोई उदाहरण नहीं हो सकता। उन्होंने आरोप लगाया है कि जिग्नेश के पीएफआई के साथ रिश्ते की बात सामने आई हैं। कांग्रेस अपने सिंबल पर चुनाव लड़ सकती थी, लेकिन कांग्रेस ने निर्दलीय को समर्थन देकर एक तरह का संदेश देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हाई कमिश्नर के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी और कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की जानकारी विदेश विभाग को नहीं दी गई।
शाह के मुताबिक, भाजपा गुजरात चुनाव के दौरान इस प्रकार के सभी प्रयासों का पुरजोर तरीके से विरोध करती है। उन्होंने कांग्रेस के सलमान निजामी का भी नाम लेते हुए कहा कि कांग्रेस गुजरात चुनाव के समय तुष्टिकरण की राजनीति पर उतर आई है पहले जातिवाद राजनीति की और इसके बाद और वोट बैंक पॉलिटिक्स कर रही है, उधर भाजपा का चुनाव सिर्फ विकास के एजेंडे पर है। वे गुजरात की जनता से अपील करते हैं कि कांग्रेस ने चुनाव के वोट बैंक पॉलिटिक्स खेला है इसलिए गुजरात की जनता कांग्रेस को नकारे।