अहमदाबाद।गुजरात ने पहली बार रणजी ट्रॉफी जीत इतिहास रच दिया। इंदौर के होल्कर स्टेडियम पर गुजरात टीम ने घरेलू क्रिकेट के पावरहाउस मानी जाने वाली मुंबई टीम को पांच विकेट से हरा दिया। पार्थिव पटेल की कप्तानी पारी व तेज गेंदबाज चिंतन गजा की बदौलत टीम ने बेहतरीन जीत दर्ज की। अंडरडॉग माने जा रहे गुजरात ने 41 बार रणजी चैंपियन रहे मुंबई को मैच के पांचवें व अंतिम दिन पराजित किया।
करोड़ों के इनाम की बारिश
रणजी ट्रॉफी जीतने पर गुजरात टीम को करोड़ों के ईनामों की बारिश हुई है। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) ने तीन करोड़ की प्रोत्साहन राशि वहीं बीसीसीआई ने 2 करोड़ की घोषणा की है।
लगातार तीन वर्ष तीन बड़े टूर्नामेंट जीते
गुजरात की टीम तीन वर्षों से घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। टीम ने वर्ष 2014-15 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीती वहीं अगले वर्ष 2015-16 में विजय हजारे ट्रॉफी जीती और इस वर्ष रणजी प्रतियोगिता जीत ली।
ऐतिहासिक जीत
इस जीत पर मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, जीसीए अध्यक्ष अमित शाह व उपाध्यक्ष परिमल नथवाणी ने टीम को बधाई दी है। जीसीए के सचिव राजेश पटेल, संयुक्त सचिव जय शाह व मेहुल पटेल के अलावा जीसीए के पांच जिला क्रिकेट एसोसिएशन के प्रतिनिधि टीम के साथ अंतिम दिन इंदौर ही मौजूद थे।
जिस धरती पर हारे, वहीं मिली जीत
इंदौर के इसी होल्कर स्टेडियम पर गुजरात को 1950-51 में होल्कर की टीम ने हराया था। इस तरह उसी धरती पर जीत भी मिली, जिस पर पहली बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में हारे थे। तब गुजरात की टीम के कप्तान महान क्रिकेटर पॉली उमरीगर थे।