चौधरी ने कहा कि पशुपालक बछड़ों के उत्पादन को रोकने के लिए पशुओं को गर्भनिरोधक टीके लगवाएं। 770 की कीमत वाले टीके के लिए पशुपालक को केवल 257 का भुगतान करना होगा। बांझ पशुओं को प्रजनन योग्य बनाने के लिए भी टीका लगाया जाएगा 20000 की कीमत वाले टीके के लिए पशुपालक से केवल 2500 लिए जाएंगे 10 हजार डेयरी संघ तथा 5 हजार एनडीडीबी और 2500 रूपए दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति वहन करेगी। पशुओं की नस्ल सुधार के लिए 100 सांड उपलब्ध करवाए जाएंगे प्रत्येक सांड पर डेयरी 40 हजार का अनुदान देगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दुग्ध उत्पादकों का बकाया भुगतान रक्षाबंधन से पूर्व कर दिया जाएगा। बैठक में डेयरी के प्रबंध संचालक उमेश चंद्र व्यास सहित संचालक मंडल के सभी सदस्य उपस्थित रहे। डेयरी संघ से जुड़ी सभी समितियों को डिजिटलाइजेशन किया जाएगा। चौधरी ने कहा कि दीपावली तक दूध के विक्रय मूल्य में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।