ये स्कूल चिह्नित राजकीय बालिका उमावि फॉयसागर, महात्मा गांधी राजकीय स्कूल (अंग्रेजी मीडियम) वैशालीनगर, राजकीय जवाहर उच्च माध्यमिक स्कूल, राजकीय सावित्री बालिका उमावि, राजकीय मोइनिया इस्लामिया उच्च माध्यमिक स्कूलों को चिह्नित किया गया है।
यह भी पढ़ें
शिक्षा विभाग: जिला रैंकिंग में हनुमानगढ़ अव्वल, बारां फिसड्डी सुविधाएं होंगी स्मार्ट स्मार्ट स्कूल का भवन स्मार्ट -रंगरोगन, नया फर्नीचर, स्मार्ट क्लास रूम, स्मार्ट लाइब्रेरी, स्मार्ट लैब सहित स्कूल का परिवेश/परिसर भी स्मार्ट बनाया जाएगा। सह शौक्षिक गतिविधियों, खेलकूद, इंडोर गेम्स आदि की सुविधाएं बढ़ेंगी। शिक्षण की गुणवत्ता एवं अत्याधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। यह होगा फायदा : सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने से ये स्कूल निजी स्कूलों को टक्कर देंगे। इससे अभिभावकों एवं छात्र-छात्राओं का रुझान पर सरकारी स्कूलों की ओर बढ़ेगा। अब तक 42 स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम :
भाजपा सरकार के समय अजमेर शहर के 42 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट रूम बनाए गए। इसमें कम्प्यूटर लैब, प्रोजेक्टर सहित अन्य संसाधान जुटाए गए। इसमें सैटेलाइट से पढ़ाई की व्यवस्था की गई। इनका कहना है
स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में पांच सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। संबंधित पांच स्कूलों को चिह्नित कर लिया गया है। यह प्रस्ताव हैं, जल्द ही इस पर मुहर लग सकती है।
-अजय गुप्ता, सहायक निदेशक मुख्य जिशिअ अजमेर