ब्यावर से धार्मिक यात्रा पर गई बस के हाइटेंशन लाइन के तार से छू जाने के बाद वाहन ने आग पकड़ ली। इसमें ब्यावर की मां-बेटी समेत 3 महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 11 जने घायल हो गए। तीनों महिलाओं के शव रविवार दोपहर तीन बजे ब्यावर पहुंचे तो हर व्यक्ति की आंख भर आई। शवों का बिजयनगर रोड स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार जैन समाज का एक संघ नाकोड़ाजी एवं मांडोली नगर की यात्रा के बाद वापस लौट रहा था। इस दौरान बस के हाइटेंशन लाइन के छू जाने से हुए हादसे ने 6 जनों की सांसें छीन ली। इनमें ब्यावर निवासी चांद देवी (65) उनकी पुत्री सोनल (44) एवं मेवाड़ी गेट निवासी सुरभि कोठारी (25) की मौके पर ही मौत हो गई। इनके आवास पर रविवार सुबह से ही लोग पहुंचना शुरू हो गए। दोपहर 3 बजे शव ब्यावर पहुंचने के साथ ही परिवारजन व रिश्तेदारों का रुदन शुरू हो गया। यह देख वहां खड़े हर व्यक्ति की आंख नम हो गई। धार्मिक यात्रा पर गए लोग आपस में रिश्तेदार हैं। चांद देवी एवं उनकी बेटी सोनल की अंतिम यात्रा सुराणा नगर, जबकि सुरभि कोठारी की अंतिम यात्रा सिटी डिस्पेंसरी के पास से शुरू हुई।
नम आंखों से दी अंतिम विदाई
सुराणा नगर से रविवार को चांद देवी एवं उनकी पुत्री सोनल की अंतिम यात्रा एक साथ रवाना हुई। मां-बेटी की एक साथ अर्थियां उठी तो पूरी कॉलोनी में लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
इनका चल रहा है उपचार
जालोर के निकट हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से बस में सवार ब्यावर निवासी कांता जैन, तारा जैन, सुनीता जैन, दिनेश जैन एवं गौतम कोठारी का जोधपुर के अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि जालोर अस्पताल में सोनू कोठारी, मोनिका, संस्कृति व अनोखी का उपचार चल रहा है। हादसे में घायल संगीता, शकुंतला को उपचार के बाद छुट्टी मिल गई।