कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए हुआ लॉकडाउन पर्यावरण के लिहाज से फायदेमंद साबित हो रहा है। सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही।
सिटी बस, ऑटो टैम्पो, कार-जीप और दोपहिया वाहनों के कम संचालन से शहर का प्रदूषण स्तर कम हो गया है। इसके अलावा जिले के ब्यावर, पीपलाज की पत्थर, सीमेंट फैक्ट्रियों और किशनगढ़ के मार्बल यूनिट में उत्पादन ठप है। ईंट-भट्टे, आयरन उद्योग भी नहीं चल रहे हैं। 31 मार्च अजमेर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 45 दर्ज किया गया था। यह प्रदूषण नियंत्रक मंडल के मानकों के अनुसार स्वास्थ्यवद्र्धक है।
सिटी बस, ऑटो टैम्पो, कार-जीप और दोपहिया वाहनों के कम संचालन से शहर का प्रदूषण स्तर कम हो गया है। इसके अलावा जिले के ब्यावर, पीपलाज की पत्थर, सीमेंट फैक्ट्रियों और किशनगढ़ के मार्बल यूनिट में उत्पादन ठप है। ईंट-भट्टे, आयरन उद्योग भी नहीं चल रहे हैं। 31 मार्च अजमेर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 45 दर्ज किया गया था। यह प्रदूषण नियंत्रक मंडल के मानकों के अनुसार स्वास्थ्यवद्र्धक है।
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ऐसे समझें एयर क्वालिटी इंडेक्स कोसूचकांक नतीजा
0-100:अच्छा यानि कोई दिक्त नहीं
101-200: मॉडरेट बाहर जाने से बचें
201-300: श्वसन संबंधित बीमारियों के मरीजों को तकलीफ
301-400: लंबे समय से बीमार रोगियों को दिक्कत
401-500: बाहर बिल्कुल नहीं निकलें
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आम दिन में अजमेर के हाल…आम दिन में निजी, सरकारी वाहन, ट्रक, सिटी बस, ऑटो, टेम्पो, दोपहिया वाहनों के संचालन से अजमेर में भी प्रदूषण रहता है। इससे एयर क्वालिटी इंडेक्स 120 से 175 तक रहता है। यानि प्रदूषण के चलते बाहर निकलना घातक होता है। यहां धूल के कण और वाहनों-कारखानों से उत्सर्जित धुआं प्रदूषण के कारक हैं। 22 मार्च को जनता कफ्र्यू और 23 मार्च से लगातार लॉक डाउन के चलते प्रदूषण स्तर कम हो रहा है।
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21 मार्च-119
22 मार्च 97
23 मार्च-55
24 मार्च-47
25 से 31 मार्च-43 से 45 तक
(आंकड़े एयर क्वालिटी इंडेक्स में ) Read more: Stop Corona: हाईटेक बायो सेफ्टी लैब में ही संभव कोराना वायरस पर रिसर्च