पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि कुछ माह पूर्व पाली व सोजत में बस में यात्रा के दौरान बैग से आभूषण व नकदी चोरी हो गए थे। आरोपितों की तलाश में गठित टीम 10 जनवरी से
अजमेर ,
जयपुर , बाड़मेर
जोधपुर घूमती रही। आखिरकार इनको पाली बस स्टैंड से गिरफ्तार किया।
ये चढ़े पुलिस के हत्थे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योतिस्वरूप शर्मा ने बताया कि उत्तरप्रदेश के साहरणपुर जिले के आली की चुग्गी के पास आली मोहल्ला सराय कलेन्द्र बक्स (मंडी) निवासी मरगुब उर्फ छोटा (50) पुत्र महमुद मनिहार, हबीबगढ़ कॉलोनी साहरणपुर जिले के कुतुबशेर निवासी वसीम (32) पुत्र शेर मोहम्मद फकीर, दूदली (जनकपुरी) साहरणपुर निवासी मोहम्मद अरसद (33) पुत्र अब्दुल मजिद हलवाई, नूर बस्ती मेहराज मस्जिद (देहात) साहरणपुर निवासी नईम (27) पुत्र इरसाद अंसारी व मेरठ के शास्त्रीनगर शेरगढ़ी (मेडिकल) निवासी बसन्त कुमार (27) पुत्र कुडीराम जाटव को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में खुलेगी कई कडिय़ां शहर वृत्ताधिकारी सुभाष शर्मा ने बताया कि यह गैंग पहली बार पकड़ में आई। इस गैंग के बदमाशों ने अजमेर को ठिकाना बना रखा था। इन्होंने नौ जनवरी 2018 को नया बस स्टैंड पर एक यात्री के बैग से 28 तोला सोने-चांदी के जेवरात तथा दो दिसम्बर 2017 को बिलाड़ा से सोजत सिटी जाने वाली बस में बैठी एक महिला के बैग से 12 तोला सोने-चांदी के जेवर चोरी किए थे। आरोपितों ने राजस्थान में पाली, अजमेर, पुष्कर, सलवाड़, देवली,
कोटा , देवगढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, सिरोही, आबूरोड, किशनगढ़, पर्बतसर, मेड़ता, कुचामन, डीडवाना, लाडनु, सुजानगढ, सालासर,
बीकानेर , डूंगरगढ़, झुंझुनूं, नवलगढ़, उदयपुरवाटी, मलसीसर, सीकर को केन्द्र बना रखा था। इसके साथ ही पंजाब, हरियाणा व उत्तरप्रदेश में भी बसों में यात्रियों के बैग से जेवरात व नकदी चोरी की वारदातें की। आरोपितों ने अधिकतर वारदातें रोडवेज बसों में की।