पुलिस के अनुसार पीडि़ता की मां ने रिपोर्ट दी कि वह 6 मई शाम 6 बजे 14 वर्षीय पुत्री के साथ आनासागर चौपाटी पर बैठी थी। इसी दौरान ब्रह्मपुरी निवासी गौरव माथुर व हाथीभाटा सरदार गली निवासी राजेन्द्र माथुर उसकी बेटी के पास आए। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र की पत्नी को कई साल से लकवा है। उन्हें घर में झाडू पौछा और सफाई के लिए नौकरानी की जरूरत है। वे उसे कामकाज व नौकरी का झांसा देकर स्कूटर पर अगवाकर हाथीभाटा सरदार गली में राजेन्द्र के घर ले गए, जहां कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। इसके बाद आरोपियों ने उससे बलात्कार किया।
पहले गौरव था अकेला
पीडि़ता की मां ने बताया कि मकान का ताला राजेन्द्र ने खोला। मकान में अन्य कोई नहीं था। शाम 7 से 11 बजे तक राजेन्द्र घर के बाहर था। तब गौरव ने उसके साथ बलात्कार किया। रात 11 बजे राजेन्द्र लौटा तो फिर उसने भी बलात्कार किया। उसकी बेटी जैसे-तैसे आरोपियों के चंगुल से निकलकर घर लौटी। उसने उसे आपबीती बताई।
थाने पर नहीं हुई सुनवाई
पीडि़ता ने बताया कि वारदात के बाद बेटी को लेकर वह क्रिश्चियन गंज थाने पहुंची, लेकिन थानाप्रभारी नहीं होने पर उसकी सुनवाई नहीं हुई। प्रकरण में एसपी के आदेश पर क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने 8 मई को प्रकरण दर्जकर पीडि़ता का मेडिकल करवाया।