scriptबकाया कर राशि नहीं चुकाई तो नसीराबाद छावनी परिषद ने किए रोडवेज व विद्युत निगम कार्यालय के कई कक्ष सील | Several rooms of Roadways and Electricity Corporation office sealed | Patrika News
अजमेर

बकाया कर राशि नहीं चुकाई तो नसीराबाद छावनी परिषद ने किए रोडवेज व विद्युत निगम कार्यालय के कई कक्ष सील

कार्रवाई से पहले कर्मचारियों को निकाला बाहर, जल्द भुगतान के आश्वासन पर खोले

अजमेरSep 05, 2019 / 08:09 pm

baljeet singh

बकाया कर राशि नहीं चुकाई तो नसीराबाद छावनी परिषद ने किए रोडवेज व विद्युत निगम कार्यालय के कई कक्ष सील

बकाया कर राशि नहीं चुकाई तो नसीराबाद छावनी परिषद ने किए रोडवेज व विद्युत निगम कार्यालय के कई कक्ष सील

नसीराबाद. आर्थिक तंगहाली जूझ रहे छावनी परिषद प्रशासन ने अब बकाया वसूली के लिए कमर कस ली है। इसी मुहिम के तहत छावनी परिषद ने गुरुवार ने बकाया कर राशि नहीं चुकाने पर रोडवेज और अजमेर विद्युत वितरण निगम (Ajmer discom) के कार्यालय सील कर दिए।
गत दिनों नगर के एक विवाह समारोहस्थल को सीज करने के दूसरे ही दिन समारोहस्थल मालिक द्वारा बकाया कर 1 लाख 62 हजार रुपए जमा करा दिए जाने से उत्साहित मुख्य अधिशासी अधिकारी अरविन्द कुमार नेमा के निर्देश पर रोडवेज और विद्युत निगम से बकाया राशि वसूली के लिए अहम कार्रवाई की गई। छावनी परिषद के कार्यालय अधीक्षक विजय सोनी ने रोडवेज विभाग पर बकाया चल रहे 2 लाख 63 हजार 492 रुपए 97 पैसे की वसूली के लिए रोडवेज की दोनों बुकिंग विंडो व स्थान प्रभारी का कक्ष व उसके समीप बना एक कक्ष सील कर दिया। इससे पूर्व उन्होंने सभी कर्मचारियों को कार्यालय से बाहर निकलवाया।अचानक हुई इस कार्रवाई से एकबारगी बुकिंग व्यवस्था ठप हो गई और रोडवेज कर्मचारियों व अधिकारियों में हडक़म्प सा मच गया।
इसके बाद छावनी परिषद कर्मचारियों ने अजमेर विद्युत वितरण निगम कार्यालय पर धावा बोला और 51 लाख 221 रुपए के बकाया कर की मांग करते हुए अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार खंडेलवाल से मिले। खंडेलवाल ने परिषदकर्मियों की उच्चाधिकारियों से बात कराने की कोशिश की। लेकिन कार्रवाई करने गए परिषदकर्मी इस बात के लिए तैयार नहीं हुए और कार्यालय के सभी कक्षों से कर्मचारियों को बाहर आने की कहकर सभी कक्ष सील कर दिए।
बिजली ठप कर किया पलटवार

परिषद की कार्यवाही से क्षुब्ध होकर विद्युत निगम के एक्सईएन खंडेलवाल ने यह कहकर कि कार्यालय परिषद की ओर से सील कर दिया गया है तो कार्य किया जाना संभव नहीं है और नसीराबाद क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति ठप कर दी। छावनी परिषद कार्यालय द्वारा बकाया करों की वसूली के लिए रोडवेज और विद्युत विभाग के कार्यालय सील करने की खबर नसीराबाद नगर में आग की तरह फैल गई। नगर के करदाताओं में इस बात को लेकर हडक़म्प मच गया।
नहीं की नोटिस की परवाह

छावनी परिषद के कार्यालय अधीक्षक ने बताया कि रोडवेज और विद्युत निगम को प्रतिवर्ष कर का बिल भेजा जाता है लेकिन दोनों ही विभागों द्वारा कर की राशि जमा नहीं करवाई जाती है। इसके बाद परिषद की ओर से उन्हें नोटिस ऑफ डिमांड जारी किया गया। लेकिन इसके बाद भी दोनों ही विभागों ने कर जमा कराने में दिलचस्पी दिखाई। इस पर मुख्य अधिशासी अधिकारी ने वारंट जारी कर विधिवत प्रक्रिया पूरी होने पर दोनों ही विभागों को सील कर दिया।

वार्ता के बाद बनी सहमति, खोले कक्ष

छावनी परिषद प्रशासन की कार्रवाई के बाद सकते में आए रोडवेज व विद्युत निगम के अधिकारियों ने छावनी परिषद कार्यालय पहुंचकर सीईओ अरविन्द कुमार नेमा से बकाया करों के भुगतान के बारे में वार्ता की। बताया जाता है कि विद्युत निगम की ओर से अधीक्षण अभियंता एम.एल. मीणा, एक्सईएन खंडेलवाल व एईएन मुकेश कुमार ने बकाया कर के भुगतान के लिए सोमवार को 5 लाख रुपए जमा कराने का आश्वसन दिया तथा शेष राशि 45 दिनों के भीतर भुगतान करने की बात कही। तहसीलदार बुद्धिप्रकाश मीणा की मध्यस्थता में हुई वार्तालाप के बाद छावनी परिषद ने विद्युत निगम के सील किए गए कार्यालय को दुबारा खोल दिया और निगम ने लगभग तीन घंटे बाद नगर की विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी।
रोडवेज ने मांगी दो माह की मोहलत

वहीं रोडवेज विभाग के एटीआई बहादूरसिंह छावनी परिषद के सीईओ नेमा से मिलकर उन्हें कर का भुगतान दो माह में करने का आश्वासन दिया। इसके बाद मुख्य अधिशाषी अधिकारी के निर्देश पर रोडवेज के सील किए गए कक्ष भी खोल दिए गए।
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