पुलिस उप अधीक्षक जगदीश प्रसाद राव ने बताया कि टूंकड़ा गांव निवासी हीरालाल गुर्जर एवं नागौर के परबतसर निवासी हाफीज, मेवाराम गवारिया एवं शहबाज आदतन नशेड़ी हैं। गत 22 मार्च की दोपहर को हीरालाल एवं तीनों किशनगढ़ के मार्बल एरिया स्थित हाइवे पर मिले। इसके बाद हाफीज, मेवाराम व शहहबाज ने हीरालाल को स्मैक लाने के पैसे दिए। पैसे लेकर हीरालाल अजमेर चला गया।
शाम करीब 5.30 बजे वह अजमेर से स्मैक लाने के बाद अजमेर जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित रिलायंस पेट्रोल पम्प पहुंचा। वहां पर उसे तीनों मिल गए। चारों एकत्र होकर हाइवे से सटी एक पुरानी कोटड़ी में चल गए। चारों ने स्मैक का नशा किया। इसी दौरान पैसा ज्यादा ले जाने और स्मैक कम लाने की बात को लेकर तीनों की हीरालाल से कहासुनी हो गई।
थोड़ी ही देर में तीनों ने हीरालाल से मारपीट शुरू कर दी। मारपीट के दौरान मेवाराम व शहबाज ने हीरालाल को पकड़ लिया और हाफीज ने उसके सिर पर पत्थर से वार कर दिया। पत्थर से सिर में लगी चोट से हीरालाल निढाल होकर जमीन पर गिर गया। तीनों मिलकर हीरालाल की लाश उठाई और कार में रखी। लाश को लेकर तीनों कुचील रोड पर बृजपुरा गांव के पास पहुंचे। तीनों ने लाश को कंटीली झाडिय़ों से अटी बावड़ी में फेंक दिया। इसके बाद मोटरसाइकिल को छुपाया और परबतसर भाग गए।
गौरतलब है कि 29 मार्च को सुबह करीब 8 बजे बृजपुरा गांव के पास बावड़ी में राहगीरों को बदबू का अहसास हुआ। सूचना पर पहुंची गांधीनगर थाना पुलिस में बावड़ी में देखा तो प्रौढ़ व्यक्ति की लाश मिली। लाश की पहचान टूंकड़ा गांव निवासी हीरालाल गुर्जर (50) के रूप में हुई और पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजन को सौंप दिया था