सौर ऊर्जा कभी खत्म न होने वाला संसाधन है और यह नवीकरणीय संसाधनों का सबसे बेहतर विकल्प है। सौर ऊर्जा वातावरण के लिए भी लाभकारी है। जब इसे उपयोग किया जाता है, तो यह वातावरण में कार्बन-डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसे नहीं छोड़ती। जिससे वातावरण प्रदूषित नहीं होता।
जिले के उपखण्ड बाड़ी की ग्राम पंचायत सिंगौरई के किसान रामनिवास पुत्र चिरौंजीलाल ने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत सौर ऊर्जा सयंत्र स्थापित करने के लिए कृषि विभाग को आवेदन किया। इस पर किसान ने 7.5 होर्स पॉवर सौर ऊर्जा पम्प लगा लिया। किसान रामनिवास ने बताया कि गांव में कम बिजली आती है। इससे रात में घरों में अंधेरे के साथ ही खेतों की सिंचाई की भी समस्या होती थी। डीजल के दाम आसमान छूते देख ईंधन आधारित नलकूप के लिए बिजली कनेक्शन लेना भी टेड़ी खीर है।