पिछले साल हुए छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समर्थित छात्रनेता चुनाव जीते हैं। लॉ कॉलेज और राजकीय कन्या महाविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन बीते साल 3 अक्टूबर किया गया था। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते बीते वर्ष 11 दिसंबर तक आचार संहिता लगी हुई थी। इसके चलते कई कॉलेज और महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन नहीं हो सके।
10 तक कराना था उद्घाटन
उच्च शिक्षा विभाग के विशिष्ट शासन सचिव पी. के. बोरड़ ने बताया कि छात्रसंघ कार्यालयों का उद्घाटन 10 फरवरी तक कराया जा सकता था। अब छात्रसंघ पदाधिकारियों को कोई रियायत नहीं मिलेगी। मालूमहो कि आमतौर पर छात्रनेताओं की पहली पसंद कांग्रेस और भाजपा के नेता, मंत्री होते हैं। इसके बाद वे भामाशाहों और अन्य को समारोह में बुलाते हैं। एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ पदाधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री को बुलाना चाहते हैं। पर उनसे समय नहीं मिल पाया है।
उच्च शिक्षा विभाग के विशिष्ट शासन सचिव पी. के. बोरड़ ने बताया कि छात्रसंघ कार्यालयों का उद्घाटन 10 फरवरी तक कराया जा सकता था। अब छात्रसंघ पदाधिकारियों को कोई रियायत नहीं मिलेगी। मालूमहो कि आमतौर पर छात्रनेताओं की पहली पसंद कांग्रेस और भाजपा के नेता, मंत्री होते हैं। इसके बाद वे भामाशाहों और अन्य को समारोह में बुलाते हैं। एमडीएस यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ पदाधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री को बुलाना चाहते हैं। पर उनसे समय नहीं मिल पाया है।