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अजमेर

Webinar: मोबाइल बहुत खतरनाक, सावधानी से करें उपयोग

मोबाइल से उत्सर्जित भी विकिरण भी प्रभावित करते हैं।

अजमेरMay 25, 2020 / 09:25 am

raktim tiwari

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अजमेर.

मोबाइल और टावर से मानव और पशु-पक्षियों पर प्रभाव को लेकर महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में वेबीनार हुई। इसमें डॉ. मनोज शुक्ला ने कहा कि टावर से ज्यादा मोबाइल से उत्सर्जित भी विकिरण भी प्रभावित करते हैं। इनसे बचने के लिए हमें ब्लूटूथ, हैडफोन का इस्तेमाल करना चाहिए। मोबाइल को सिरहाने रखने, दिनभर बात करने से स्मृति पर असर पड़ता है। डॉ. संजीव यादव ने रेडिएशन से बचने के उपाय बताए। डॉ. जितेंद्र कुमार और अन्य ने भी संबोधित किया।
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टावर भी हैं खतरनाक
मुंबई यूनिवर्सिटी के प्रो. गिरीश चंद्र ने करीब सात-आठ साल पहले अध्ययन किया था। उन्होंने टावर से उत्सर्जित तरंगों को पशु-पक्षियों और मनुष्यों के लिए घातक बताया था। उनकी रिपोर्ट में कहा गया था कि तरंगों से श्वसन, मस्तिष और अन्य रोग बढ़ रहे हैं।

झुलसाती धूप, लू और गर्मी तपा रही अजमेर को

अजमेर. जेठ के मौसम में गर्माहट कायम है। सोमवार सुबह से झुलसाती धूप, लू और गर्मी पसीने छुड़ा रही है। नौ तपा शुरू हो चुका है। अब 2 जून तक भीषण गर्मी लोगों को परेशान करेगी। अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री पर कायम है।
सोमवार सुबह धूप निकलने से पहले कुछ राहत थीठ। यों ही सूरज निकला ठंडक नदारद हो गई है। आसमान से आग बरसने लगी है। हवा में भी गर्माहट घुली है। गर्मी लोगों के पसीने बहा रही है। न्यूनतम तापमान 30.9 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
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अब नौ तपा का असर
सोमवार को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर चुका है। आम बोलचाल की भाषा में इसे नौ तपा कहा जाता है। नौ दिन तक लोगों का गर्मी का कहर ज्यादा झेलना पड़ेगा। इस दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच दूरी कम होती है। इस दौरान गर्मी और लू के थपेड़ों में बढ़ोतरी भी होती है।
मानसून जून में पहुंचेगा केरल
मानसून अंडमान-निकोबार होते हुए जून के पहले सप्ताह में केरल पहुंचने की उम्मीद है। आगे बढऩे की रफ्तार ठीक रही तो यह कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य प्रदेशों से होता हुआ 25 से 30 जून तक राजस्थान में प्रवेश करेगा। समय पर मानसून सक्रिय होने पर प्रदेश के तालाबों, बड़े जलाशयों और बांधों में पर्याप्त पानी की आवक हो सकेगी।
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