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Farmers Protest: बिरयानी, तंदूरी रोटी और लजीज पकवानों के साथ अब पिज्जा का भी लुत्फ उठा रहे किसान गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय लोक दल किसानों का समर्थन कर रहा है। इसके लिए जगह-जगह महापंचायतों का दौर जारी है। हाल ही में रालोद नेता जयंत चौधरी ने अलीगढ़ में बगैर प्रशासन की अनुमति के किसान महापंचायत की थी, जिसको लेकर अब सियासी माहौल गर्मा गया है। पुलिस ने महापंचायत करने पर जयंत चौधरी समेत पांच हजार से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसको लेकर जहां जयंत चौधरी ट्वीट कर लिखा है कि बाबा बता दें कि गिरफ्तारी कहां और कब देनी है। वहीं, रालोद समर्थक भी यूपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। रालोद समर्थकों ने कहा कि जब भी उनकी पार्टी के नेता गिरफ्तारी के लिए बुलाएंगे, वे पहुंच जाएंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में महापंचायत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले रालोद ने प्रशासन की अनुमति के बगैर ही शामली और सहारनपुर में भी महापंचायत की थी। शामली की महापंचायत में बड़ी संख्या में भीड़ जुटी थी। उस महापंचायत पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत को भी आगे आकर कहना पड़ा था कि इससे उनके संगठन का लेना-देना नहीं है। इसके अलावा कांग्रेस ने भी सहारनपुर में किसान महापंचायत बगैर प्रशासन की अनुमति के ही की थी।