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महिलाएं हटने को तैयार नहींएक बार फिर माहौल खराब करने की कोशिश की गई। बुधवार को दोपहर में शाहजमाल स्थित ईदगाह के बाहर हजारों महिलाएं सड़क पर आ गई और जाम लगाकर वहीं धरने पर बैठ गईं। इस दौरान आजादी के नारे लगाए गए। इनमें कुछ एएमयू की छात्राएं भी थीं। रात दस बजे तक हंगामा बना रहा। लगातार आठ घंटे बाद भी महिलाएं धरने से हटने को तैयार नहीं हैं। शहर मुफ्ती खालिद हमीद और एसएसपी आकाश कुलहरि ने पहुंचकर धरना समाप्त करने की अपील भी की। दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे तक धरना देने की स्वीकृति का आश्वासन भी दिया, पर महिलाएं मानीं नहीं। टकराव की स्थिति को देखते हुए पुलिस फोर्स बढ़ाया गया है। महिला पुलिस और आरएएफ बुला ली गई है।
शाहजमाल ईदगाह में हुए प्रदर्शन ने एक बार फि र खुफि या तंत्र की पोल खोल दी। इस धरने में तीन से चार हजार की भीड़ शामिल रही। सर्वाधिक संख्या महिलाओं और बच्चों की रही। पुरुष उनके पीछे रहे। पूरा प्रदर्शन पहले से प्लान किया गया था। मगर, खुफि या तंत्र को इस बात की भनक भी न लगी और वह एक बार फि र फेल साबित रहा। इस बार प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन से अनुमति तक नहीं ली और अचानक से धरने पर बैठ गए। इससे पुलिस और प्रशासन के अचानक हाथ पांव फू ल गए।
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महिलाओं, बच्चों को फिर बनाया ढालविरोध प्रदर्शन का रोडमैप तैयार करने वालों ने बेहद ही सधे हुए तौर तरीके से इस बार भी पुलिस प्रशासन को बैकफुट पर करने के लिए बच्चों और महिलाओं को ही आगे रखा। उनको पता है कि महिलाओं और बच्चों पर पुलिस जल्द ही बलपूर्वक कार्रवाई नहीं करेगी। हालांकि पुलिस ने पूरे घटना क्र्तम की वीडियो बना ली है। पुलिस इस प्रदर्शन को हवा देने वालों को चिन्हित करने का भी दावा कर रही है। पुलिस के मुताबिक बच्चों को ढाल बनाने वालों पर पूर्व की तरह ही मुकदमे दर्ज होंगे।