कई मोहल्लों में लगाईं गईं नावें, बनेंगे राहत शिविर लगातार मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व दिल्ली एनसीआर से आ रहे वर्षा के पानी से यहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। मध्य प्रदेश में केन, बेतवा व नर्मदा में बाढ़ की स्थिति है जिसका पानी यमुना में आ रहा है। ललितपुर में बेतवा नदी पर बने माताटीला तथा यमुना नगर से हथिनीकुंड से लगभग डेढ़ लाख क्यूसेक पानी यमुना में आ रहा है। इसी तरह राजस्थान का पानी चंबल नदी के माध्यम से यमुना में आ रहा है। कमोवेश नरोरा बांध से तथा कानपुर बैराज से तकरीबन एक लाख क्यूसेक पानी गंगा में आ रहा है। इसके कारण ही गंगा और यमुना में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगातार चारों तरफ से पानी छोड़े जाने की वजह से प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
शहर के इन इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी प्रयागराज शहर के कई इलाके बाढ़ क्षेत्र में बसे हैं। अब गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह से पानी इन इलाकों में घुसने लगा है। सबसे पहले द्रौपदी घाट, नेवादा, राजापुर, अशोक नगर का किनारा, गंगा नगर, बेली गांव, म्योराबाद, मेहदौरी, शंकर घाट कालोनी, तेलियरगंज, चिल्ला, शिवकुटी, छोटा बघाड़ा, दारागंज के कई इलाके पानी से घिर गए हैैं। इन इलाकों में जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही बाढ़ राहत चौकियों पर कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। जिला प्रशासन ने बाढ़ क्षेत्र इलाकों में नाव लगा दी गई है प्रयागराज डीएम संजय कुमार खत्री का कहना है कि सभी एसडीएम व तहसीलदारों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाने के निर्देश दे दिए गए हैैं।