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प्रयागराज

कालीन बुनकरों के अच्छे दिन लाने की कवायद, बांटे गए इतने लाख रुपये के लोन

भदोही के ज्ञानपुर में आयोजित हुआ उद्यम समागम और ओडीओपी प्रदर्शनी।

प्रयागराजSep 25, 2019 / 08:29 am

रफतउद्दीन फरीद

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भदोही. उत्तर प्रदेश सरकार सूबे में उद्योग धंधों के विकास के साथ ही इनसे जुड़े रोजगारों को बढ़ावा देने की कवायद में जुटी है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है। भदोही के कालीन बुनकरों के अच्छे दिन लाने का प्रयास भी इसी योजना से किया जा रहा है। इसी के तहत भदोही के ज्ञानपुर मे स्वरोजगार केा प्रोत्साहित करने के मकसद से ओडीओपी योजना के तहत उद्यम समागम और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस मौके पर कई बुनकरों को एमएसएमई के तहत लोन भी प्रदान किया गया।
विभूति नारायण राजकीय इण्टर कालेज ज्ञानपुर में आयोजित दो दिवसीय उद्यम समागम एवं ओडीओपी प्रदर्शनी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि विधायक भदोही रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी, जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने किया। रवीन्द्र नाथ त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक जिला एक उत्पाद योजना का शुभारंभ किया गया है। प्रदेश सरकार की योजनाओं की सूची में बहुत सी ऐसी योजनाएं है जो बेरोजगारों को रोजगार देने में मदद करती है। उत्तर प्रदेश में इस योजना के द्वारा स्थानीय कौशल का विकास तो होगा ही। इसी के साथ वस्तुओं का निर्यात भी अधिक मात्रा में संभव होगा।
विधायक भदोही ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद से छोटे छोटे कारीगरों की आय में वृद्धि होगी। इन कारीगरों को रोजगार और अधिक पैसों के लिए अपने घर को छोड़ शहर जाना पड़ता था। ओडीओपी योजना से पलायन में कमी आएगी। यह एक पायलट प्रोजेक्ट है, उत्तर प्रदेश राज्य में सफल होने के बाद इसे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर लांच किया जायेगा, जिससे भारत देश के सभी राज्य में इस योजना के द्वारा लोगों को लाभ मिल सके, इसके साथ ही यह योजना युवाओं को भी आकर्षित करेगी, जिससे बेरोजगार को नए अवसर मिलेंगें।
इस अवसर पर जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि भारत देश अनेकता में एकता रखता है, यहाँ कला की कमी नहीं है, हर प्रदेश, अपने कुछ विशेष चीजों के लिए प्रसिद्ध है। उत्तर-प्रदेश में भी छोटे लघु उद्योग है, जहाँ से वो विशेष पदार्थ बनकर देश विदेश में जाता है। ऐसे सभी आइटम छोटे से गांव के छोटे-छोटे कलाकार बनाते है, जो साधनों की कमी के बावजूद अपनी कला को दुनिया में बिखरते है, लेकिन समय के साथ इन छोटे कलाकार का अस्तित्व भी घूम होते जा रहा है, इन छोटे लघु उद्योग की जगह बड़े-बड़े कारखानों ने ली है, जहाँ हाथ की बयाज मशीन से काम होता है, हाथ की कारीगर को उनका वो दाम नहीं मिलता, जितना उनको मिलना चाहिए।
एक जिला एक उत्पाद ऐसे ही खोये हुए कलाकार को रोजगार देगी, प्रदेश में जो भी जिला, जनपद जिस विशेष सामान के लिए जानी जाती है, उधर के लघु उद्योग को पैसा देगी, वहां पर काम करने वालों को आगे बढ़ाएगी। अपना जनपद कालीन नगरीय के लिये चुना गया है। एमएसएमई के तहत कुछ लाभार्थियों को ऋण स्वीकृत जिसमें वकील अहमद 1 लाख 50 हजार, राजेन्द्र प्रसाद 1 लाख, राजकुमार बिन्द को 80 हजार रू0 का ऋण स्वीकृत कर अनुदान के तहत मुख्य अतिथि ने अपने हाथों से वितरण किया। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग में पंजीकृत कलाकार रामराज एण्ड पाटी के द्वारा लोकगीत द्वारा स्वागत गीत की प्रस्तुतीकरण किया गया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विवेक त्रिपाठी, उद्योग महाप्रबन्धक एमएसएमई हरेन्द्र प्रताप, भाजपा अध्यक्ष हौसिला प्रसाद पाठक, आईआईसीटी प्रोफेसर, एमडी पद्म विभूषण रजनीकान्त, कालीन निर्यातक अब्दुल हाजी सहित अन्य अधिकारीगण एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
By Mahesh Jaiswal

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