इस दिशा में भी सरकार की ओर से सकारात्मक संकेत मिले हैं। सूबे के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डाॅ. सतीश द्विवेदी के अनुसर राज्य सरकार भी इसपर मंथन कर रही है। अब अगर सबकुछ सकारात्मक रहा और सरकार इसके लिये तैयार हो जाती है तो अभ्यर्थियों की मुश्किल आसान होगी।
बताते चलें कि प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिये टीईटी यानि शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करना बेहद जरूरी है। जिसके पास केन्द्र या यूपी टीईटी प्रमाण पत्र होगा वही प्राथमिक स्कूलों की शिक्षक भर्ती में आवेदन कर सकता है। न सिर्फ ये बल्कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों शिक्षकों के प्रमोशन में भी हाईकोर्ट ने इस सर्टिफिकेट को बेहद अहम बताया है। यही वजह है कि टीईटी करने वाले अभ्यर्थियों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। नए अभ्यर्थियों के साथ ही वो अभ्यर्थी भी आवेदन करते हैं जिनके प्रमाण पत्र की वैधता अवधी पूरी हो चुकी होती है।