वह पहले भी कोचिंग में पढ़ी है। वह दो साल वेटनरी कॉलेज में हॉस्टल में रही थी। सांसद ने कहा कि मुझे लगता है कि कहीं न कहीं बच्चे पढऩे जाते हैं तो घबराए होते हैं। उन्हें अच्छा वातावरण देने और उनके साथ शालीनता का व्यवहार करने की जरूरत है। यदि कोई शिक्षक ऐसा व्यवहार करे तो फिर देश के ये कॉलेज कैसे चलेंगे? अत: इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए। इसे सिर्फ डिप्रेशन का मामला न समझा जाए।
डीएनए टेस्ट को भेजे दो नमूने अलवर. सरिस्का में गत दिनों जयसिंहपुरा गांव के कुओं में मिली वन्यजीवों के कंकाल व हड्डियों को जांच के लिए देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान की लैब में जांच को भेजा गया है।सरिस्का के डीएफओ हेमंत सिंह ने बताया कि कुओं में मिली हड्डियों के दो नमूने देहरादून भेजे गए हैं। इनमें एक नमूने में 67 हड्डियां हैं। वहीं दूसरे नमूने में भी 60 से ज्यादा हड्डियां भेजी गई। इनमें एक नमूने में बड़ी बिल्ली प्रजाति के वन्यजीव की हड्डियां हैं। वहीं दूसरे नमूने में जंगली शूकर आदि की हड्डियां शामिल है।