पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि विकास गुप्ता मुम्बई की एक शिपिंग कम्पनी में लॉजिस्टक मैनेजर है। गिरोह के सरगना वसीम ने विकास गुप्ता को सस्ते दामों में काली मिर्च बेचने का झांसा दिया। इस पर विकास गुप्ता रविवार को मुम्बई से जयपुर पहुंचे। वसीम अपने दो साथियों को लेकर जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचा और विकास को अलवर ले आया। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने हथियार दिखाकर विकास गुप्ता की सोने की चेन, लॉकेट, घड़ी, मोबाइल, एटीएम और नगदी लूट ली।
विकास को बंधक बनाकर मारपीट करते हुए 10 लाख की फिरौती मांगी। अपहरणकर्ताओं ने विकास गुप्ता को रुपए मंगाने के लिए घरवालों को फोन करने के लिए कहा। इस पर विकास ने अपनी कम्पनी के ऑफिसर को फोन कर घटना की जानकारी दी। इसके बाद कम्पनी के ऑफिसर ने मुम्बई पुलिस के माध्यम से जयपुर पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना के बाद अलवर पुलिस ने पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर विकास को मुक्त करा लिया। अपहरणकर्ताओं से लूटी गई सोने की चेन, लॉकेट, घड़ी, आई फोन व एटीएम आदि बरामद कर लिए गए हैं।
इनको दबोचा
पुलिस ने मौके से शैकम, रासिद, राजेन्द्र मीणा, वसी खां व साहुन लंगड़ा को गिरफ्तार किया है। जबकि उनके साथी लियाकत और शहरुन फरार हो गए।