रोहतक गए भाजपा पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि सांसद के समक्ष एक सुर में बोले कि सांसद कोष की राशि जारी कराओ तथा क्षेत्र में खुद या अपने प्रतिनिधि को भेजकर लोगों की समस्याओं का निराकरण कराओ। बाद में सांसद चांदनाथ ने जनप्रतिनिधियों व पार्टी पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया कि अब क्षेत्र के प्रति बेरूखी नहीं होगी, स्वस्थ रहा तो खुद, नहीं तो उनके प्रतिनिधि महंत बालकनाथ अलवर लोकसभा क्षेत्र का निरंतर दौरा कर लोगों की समस्याएं सुनेंगे।
जनप्रतिनिधियों, पार्टी पदाधिकारियों व लोगों की राय के अनुसार सांसद निधि जारी कराएंगे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका अलवर संस्करण में गत 19 मई से सांसद की बेरुखी अभियान चलाकर निरंतर खबरों का प्रकाशन किया गया। समाचार प्रकाशित होने के बाद सांसद को आखिर रविवार को अलवर की सुध लेनी ही पड़ी।
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सांसद महंत चांदनाथ का अपने निर्वाचन क्षेत्र से दूरी बढ़ती गई। स्थिति यहां तक पहुंच गई कि सांसद निधि का उपयोग नहीं होने के कारण केन्द्र ने सांसद कोष की पहली किश्त जारी करने के बाद आगे की राशि ही जारी ही नहीं की।
अब तक केन्द्र सरकार सभी सांसदों को सांसद निधि के 15 करोड़ रुपए की राशि जारी कर चुका है, लेकिन अलवर सांसद की क्षेत्र से बेरुखी के चलते जिले में मात्र 2.50 करोड़ की राशि ही मिल पाई है। सांसद कोष का उपयोग नहीं होने के कारण जिले का विकास ही अवरुद्ध हो गया। इतना ही नहीं सांसद जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी की एक बैठक को छोड़ शेष में अनुपस्थित रहे। इससे लोगों की समस्या का निराकरण तो दूर, सांसद तक समस्या पहुंच ही नहीं पाई।
पत्रिका में लगातार समाचार प्रकाशित होने के बाद लोगों में ही नहीं राजनीतिक क्षेत्र में भी सांसद की अनुपस्थिति विचारणीय मुद्दा बन गया। इससे पार्टी व सरकार की छवि पर पड़ रहे विपरीत प्रभाव के चलते जिले के जनप्रतिनिधियों व पार्टी नेताओं ने भी सांसद व सरकार से इस मामले में जल्द ही कदम उठाने का आग्रह किया।
बाद में केन्द्र व राज्य सरकार के स्तर से भी सांसद महंत चांदनाथ को क्षेत्र के प्रति बेरुखी व अवरुद्ध होते विकास की ओर ध्यान दिलाया गया। इस कारण सांसद को अलवर की राह पकडऩी पड़ी।
इस दौरान सांसद महंत चांदनाथ ने महंत बालकनाथ को क्षेत्र में जाकर लोगों की समस्या सुनने तथा सांसद निधि के उपयोग के लिए लोगों से बात करने का दायित्व सौंपा है। इस दौरान सांसद ने लोगों की समस्याओं का उच्च स्तर पर निराकरण कराने तथा सांसद निधि की राशि जारी कराने का भरोसा दिलाया।
उपाध्यक्ष यादव ने बताया कि वे सांसद से पूर्व में भी दो-तीन बार मिले थे। वहीं भाजपा के प्रदेश मंत्री बलवानसिंह यादव ने बताया कि उन्होंने सांसद के समक्ष सांसद निधि तुरंत जारी कराने व लोगों की समस्या दूर कराने की जरूरत बताई। इस पर सांसद महंत चांदनाथ ने कहा कि स्वस्थ रहा तो खुद, नहीं तो अपने प्रतिनिधि के तौर पर महंत बालकनाथ को क्षेत्र में भेजने का भरोसा दिलाया।
तीन साल बाद भी प्रतिनिधि भेजना कितना लोकतांत्रिक
सांसद महंत चांदनाथ की ओर से अब क्षेत्रवासियों की सुध लेने के लिए अपने प्रतिनिधि के तौर पर महंत बालकनाथ को दायित्व सौंपना जनहित में तो अच्छा कदम हो सकता है, लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्था में फिट नहीं बैठता। खुद उनकी पार्टी के नेता ही कहने लगे हैं कि जब सांसद लखनऊ, दिल्ली व अन्य स्थानों पर जा सकते हैं तो अलवर आकर अपने क्षेत्र के लोगों की सुध लेने के बजाय अपने प्रतिनिधि को भेजना दर्द निवारक दवा से ज्यादा कुछ नहीं।
करीब 40 मिनट रहे सांसद के साथ
राजस्थान युवा बोर्ड के उपाध्यक्ष संदीप यादव ने बताया कि सांसद महंत चांदनाथ के बुलावे पर रविवार को जिले से तिजारा विधायक मास्टर मामन यादव, किशनगढ़ विधायक रामहेत यादव के निजी सचिव मनोज यादव, भाजपा प्रदेश मंत्री बलवान सिंह यादव, जिला महामंत्री नरेश शर्मा, पूर्व प्रदेश मंत्री सुरेश यादव, पूर्व प्रधान रोहिताश यादव, जलेसिंह, उप जिला प्रमुख रमन गुलाटी सहित अन्य लोग शाम को रोहतक स्थित उनके निवास पर पहुंचे और चर्चा की।
सांसद ने फोन कर भाजपा पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को बुलाया
भाजपा के जिला महामंत्री नरेश शर्मा ने पत्रिका को बताया कि सांसद महंत चांदनाथ के यहां से शनिवार को फोन आया था। उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं व सांसद निधि के उपयोग पर चर्चा करने के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष, महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों और जिले के भाजपा विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों को रोहतक अपने निवास पर बुलाया था।
इस पर जिले से जनप्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारी रविवार को रोहतक स्थित उनके आवास पर मिले और चर्चा की। कुछ विधायकों ने अपने प्रतिनिधि भेजे। इस दौरान उन्होंने सांसद निधि के उपयोग व लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए महंत बालकनाथ को अपने प्रतिनिधि के तौर पर क्षेत्र पर भेजने की बात कही।
पिछले दिनों मुख्यमंत्री के सामने भी उठा था मुद्दा
पत्रिका अभियान की खबरों में सांसद कोष का उपयोग नहीं होने व जिले का विकास अवरुद्ध होने का मुद्दा प्रमुखता से उजागर होने के बाद पिछले दिनों जयपुर में मुख्यमंत्री के समक्ष भी सांसद कोष का उपयोग नहीं होने की बात उठी थी। बाद में जिले के भाजपा विधायकों ने सांसद कोष की राशि मुख्यमंत्री जल स्वाबलंबन अभियान में जारी कराने पर सहमति जताई थी। अपने हाथ से सांसद कोष की राशि उपयोग का अधिकार छिनता देख सांसद महंत चांदनाथ ने अपने निर्वाचन की सुध लेना ही बेहतर समझ, सांसद कोष की राशि क्षेत्र के विकास पर खर्च करने का फैसला किया।