गौरतलब है कि छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा से लगे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ व झारखंड के सुरक्षा बलों को लगाया गया है। इसी का परिणाम है कि धीरे-धीरे क्षेत्र से नक्सलियों का सफाया होता जा रहा है।
वर्ष 2013 में नक्सली दस्ते में हुआ था शामिल
गिरफ्तार नक्सली रामचंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2013 में माओवादी संगठन टीपीसी में शामिल हुआ था। इसके बाद से वह झारखंड व छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कई घटना को अंजाम दे चुका है। उसके ऊपर झारखंड सरकार द्वारा 1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था।
जेल से छूटने के बाद टीपीसी में था सक्रिय
गिरफ्तार नक्सली रामचन्द्र यादव ने वर्ष 2017 में महुआडांड़ में लेव्ही वसूली करने आगजनी व मारपीट की थी। वर्ष 2019 में इस मामले में उसे जेल भेजा गया था। वर्ष 2020 में वह जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में मुख्य रूप से उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन डीके सिंह, निरीक्षक फरदीनन्द कुजूर, एएसआई आनंद मसीह तिर्की, प्रधान आरक्षक राजेन्द्र ध्रुव, जेम्स लकड़ा, आरक्षक विजय टोप्पो, जीवन किशोर तिग्गा, बुद्धिमान सिंह, दीपक कुमार बघेल, आभाष मिंज, नितिन खाखा व अमर शामिल रहे।