मैनपाट. बालको द्वारा ग्राम कुदारीडीह में बाक्साइट उत्खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में सोमवार को एक 8 वर्षीय बालिका की डूब जाने से मौत हो गई। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। इधर बालको प्रबंधन ने बालिका के परिजन को 1500 रुपए देते हुए थाने में एफआइआर नहीं कराए जाने की हिदायत दी है।
मैनपाट के ग्राम कुदारीडीह में बालको द्वारा वर्ष 1990 से बाक्साइट उत्खनन का कार्य किया जा रहा है लेकिन माइनिंग नियमों की अनदेखी करते हुए बाक्साइट उत्खनन करने के बाद गड्ढों को छोड़ दिया गया है। इसमें डूबने से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
अधिकारियों की अनदेखी की वजह से बालको प्रबंधन द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए गड्ढों को भरने का काम भी नहीं किया जा रहा है। सोमवार की दोपहर ग्राम कुदारीडीह निवासी 8 वर्षीय पिंकी पिता श्याम साय अपने भाई व सहेली के साथ घर से लगे बालको लीज क्षेत्र के गड्ढे मे जहां पानी भरा हुआ था, नहाने गई थी।
यहां नहाने के दौरान डूबने से उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और पिता ने गड्ढे से बाहर पिंकी के शव को बाहर निकाला और कमलेश्वरपुर अस्पताल पहुंचा, यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बालिका को मृत घोषित कर दिया।
रुपए देकर कहा- नहीं जाना थाने हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर बालको के अधिकारी भी पहुंचे। उन्हें देखकर गांव के लोगों का आक्रोश भड़क उठा। बालको अधिकारियों द्वारा मामले को शांत कराने के लिए परिजन को 1500 रुपए दिए गए और थाने नहीं जाने की सलाह दी।
बताया जा रहा है कि बालको प्रबंधन द्वारा पूरे क्षेत्र में काफी संख्या में असुरक्षित तौर पर गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए हैं। इसकी वजह से पहले भी कई बार हादसे भी हो चुके हैं।