ऐसे में 7 ट्रक के हिसाब से 14 लाख रुपये ट्रांसपोर्ट कंपनी को उक्त व्यक्ति से हर महीने किराये का लेना था। लेकिन एक माह बीतने के बाद जब ट्रांसपोर्ट कंपनी ने अपना पैसा मांगा तो उसने पैसा देने से मना कर दिया।
यही नहीं उसने ट्रकों को भी अंबिकापुर वापस भेजने से मना कर दिया। इसकी शिकायत ट्रांसपोर्ट कंपनी ने कोतवाली थाने में की थी। मामले को संज्ञान में लेते हुए एसपी ने 2 टीम बनाकर बिहार के बक्सर भेजा, जहां पुलिस को आरोपी तो नहीं मिला, लेकिन पुलिस टीम ने उत्तरप्रदेश के भांवरकोल जिला गाजीपुर से ५ ट्रक बरामद करने में सफलता हासिल की।
गौरतलब हैं कि कुण्डला सिटी निवासी सीताराम अग्रवाल पिता महावीर अग्रवाल द्वारा जेएमटी ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम से संचालन करता है। एक महीने पूर्व उसकी मुलाकात बिहार के बक्सर निवासी जशवंत सिंह उर्फ रोली सिंह बालू ठेकेदार से हुई थी। ट्रांसपोर्ट संचालक ने अन्य ट्रांसपोर्टरों से मिलकर कुल 7 ट्रक 2 लाख रुपए प्रतिमाह के हिसाब से किराये पर दी थी।
10 दिन बाद ट्रांसपोर्ट कंपनी का मालिक भरोसे में आकर ठेकेदार को 7 ट्रक किराए पर दे दिए थे। जब वह किराया लेने गया तो ठेकेदार ने ट्रक को अपने कब्जे में लेकर ट्रांसपोर्टर के साथ गाली-गलौज करते हुए भगा दिया।
मामले की शिकायत कोतवाली में ट्रासपोर्टर ने 6 फरवरी को दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 406 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
एसपी ने पुलिस टीम को भेजा बक्सर
एसपी सदानंद कुमार ने मामले में पुलिस टीम बनाकर आरोपी की गिरफ्तारी हेतु सीएसपी आरएन यादव के निर्देशन में एसआई चेतन सिंह चन्द्राकर, प्रियेश जॉन, प्रविन्द्र सिंह, संजीव चौबे, विकास सिंह को बिहार के बक्सर भेजा गया था। पुलिस टीम आरोपी की गिरफ्तारी हेतु लगातार बिहार के बक्सर में स्थित उसके घर में दबिश दी लेकिन आरोपी घर पर नहीं मिला।
यूपी के प्लांट से बरामद किए 5 ट्रक
अंबिकापुर से लाए गए ट्रक के व्यवसायिक उपयोग पर आसपास के लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि सभी वाहन उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जिले के भंवरकोल के ओरिएंटल इंजीनियरिंग प्लांट में चल रहे हैं।
पुलिस ने जब वहां दबिश दी तो प्लांट में चल रहे ट्रक क्रमांक सीजी 15 एसी 8999, सीजी 15 एसी 5889,सीजी 15 एसी 6799,सीजी 15 एसी 7999, सीजी 15 एसी 6999 को बरामद करने में सफलता हासिल की। पुलिस सभी वाहन को बरामद कर अंबिकापुर ले आई है।