रामकृपाल हत्या कांड: जमीन डील में गड़बड़ी पर अपहरण कर की थी हत्या, फरार 3 आरोपी गिरफ्तार
Ramkripal murder case: रामकृपाल साहू के साथ मिलकर जमीन की खरीद-बिक्री (Land purchase-sold) करते थे तीनों आरोपी, वारदात (Murder) को अंजाम देने के बाद से फरार थे आरोपी
अंबिकापुर. गांधीनगर थाना क्षेत्र में सवा महीने पूर्व एक युवक का अपहरण कर हत्या (Kidnap and murder) कर दी गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों व मृतक की पत्नी की रिपोर्ट पर पुलिस 3 नामजद आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी तलाश कर रही थी। तीनों आरोपी घटना के बाद से फरार थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्या (Murder) का कारण जमीन खरीद-बिक्री में गड़बड़ी (Land deal disturbance) का मामला सामने आया है। मृतक व तीनों आरोपी आपस में मिलकर जमीन खरीद-बिक्री का काम करते थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। (Ramkripal murder case)
मामले का खुलासा करते हुए गांधीनगर टीआई अनूप एक्का ने बताया कि मृतक 48 वर्षीय रामकृपाल गांधीनगर वार्ड क्रमांक 7 का निवासी था। मृतक खलिबा माझापारा निवासी गंगा राम उर्फ चमन चेरवा पिता श्यामलाल चेरवा उम्र 41 वर्ष, बृजेश उर्फ बतिया चेरवा पिता सुखराम चेरवा उम्र 20 वर्ष व कृष्णा उर्फ कोन्दा मानिकपुरी पिता मुरली मनोहर 20 वर्ष के साथ मिलकर जमीन खरीद-बिक्री का काम करता था।
खलिबा में 2 एकड़ जमीन की डील हुई थी, इसमें तय हुआ था कि गंगा राम, कृष्णा उर्फ कोन्दा मानिकपुरी व मृतक के बीच बंटवारे के बाद रजिस्ट्री होगी। उक्त जमीन को मृतक ने अपनी पत्नी के नाम करवा लिया था। इसी बात को लेकर तीनों के बीच असंतोष था।
घटना दिवस 30 नवंबर को मृतक रामकृपाल साहू बाइक से धान कटवाने ग्राम खलिबा गया था। यहां गंगा राम, कृष्णा व एक सहयोगी बृजेश ने मारपीट कर रामकृपाल का अपहरण कर लिया था। शाम को जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजन ने इसकी रिपोर्ट गांधीनगर थाने में दर्ज कराई।
पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। दूसरे दिन १ दिसंबर को पुलिस को खलिबा जंगल में रामकृपाल की लाश मिली थी। स्थानीय लोगों के बताए अनुसार व संदेह के आधार पर घटना के बाद मृतक की पत्नी गायत्री साहू ने तीन आरोपी गंगा राम उर्फ चमन चेरवा पिता श्यामलाल चेरवा, बृजेश उर्फ बतिया चेरवा पिता सुखराम चेरवा व कृष्णा उर्फ कोन्दा मानिकपुरी पिता मुरली मनोहर के खिलाफ गांधीनगर थाना में अपराध दर्ज कराया था। पुलिस ने तीनों के खिलाफ 365, 302, 201 व 34 के तहत अपराध दर्ज कर उनकी तलाश कर रही थी।
पीट-पीटकर ले ली थी जान गांधीनगर थाना प्रभारी ने बताया कि घटना दिवस तीनों बदमाश रामकृपाल के साथ खलिबा में मारपीट कर बाइक से अपने साथ ले गए। इस दौरान रास्ते में भी उसकी बेदम पिटाई की। इससे उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद बदमाश एक बाइक पर बीच में बैठाकर मृतक को द्वारिका नगर हन्ड्राभाड़ा जंगल की ओर ले गए।
इस दौरान बीच में बैठा व्यक्ति मृतक को पकड़ कर बैठा था, मृतक का पैर जमीन पर घसीटते हुए जा रहा था। इसे स्थानीय लोगों ने भी देखा था। इन स्थानों से हुई आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस ने बताया कि आरोपी अलग-अलग स्थान पर छिपे हुए थे। मुखबिर से पुलिस को जानकारी मिली कि गंगा राम उर्फ चमन चेरवा ग्राम दसेरा नीलकंठ धाम रामगढ़ (Ramgarh) कोरिया में छिपा है। वह बैगा बनकर काम कर रहा था। पुलिस ने टीम गठित कर मौके पर पहुंच कर गंगा राम को गिरफ्तार किया।
इसी की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपी बृजेश उर्फ बतिया चेरवा एवं कृष्णा उर्फ कोन्दा मानिकपुरी को ग्राम सुलसुली थाना त्रिकुंडा जिला बलरामपुर (Balrampur) से गिरफ्तार किया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।