सीएम के इस बयान से नाराज चल रहे नेता प्रतिपक्ष ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में इतनी गाढ़ी दोस्ती को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं खुद मुख्यमंत्री बनने की लाइन में खड़ा हूं तो उनसे आगे
काम क्यों लूंगा। मैं खुद उन्हें हराना चाहता हूं।
नेता प्रतिपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री बनने की लाइन में खड़े होने की बात किसी मंच से पहली बार कही गई है। उन्होंने खुद को कांग्रेस से सीएम का कंडिडेट प्रोजेक्ट किया है। उन्होंने कहा कि उनके मुख्यमंत्री बनने से सरगुजा को एक प्रतिनिधित्व मिलेगा। नेता प्रतिपक्ष के इस बयान से भाजपा से ज्यादा कांग्रेस में सियासी बवाल होने की उम्मीद है।
उम्मीद जताई जा रही है कि इस चुनाव में टीएस सिंहदेव कांग्रेस से सीएम का चेहरा होंगे। चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने भाजपा सरकार पर भी तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि सरकार ने टावर का काम पंचायतों से ले लिया। जिस रेल लाइन को कंपनी के पैसे से बनाए जाने चाहिए थे उसे जनता के पैसों से बनाया जा रहा है।
भाजपा की खून में है भ्रम फैलाना
सीएम ने 16 अप्रैल को सरगुजा जिले के बटवाही में आयोजित सभा में यह कहा था कि नेता प्रतिपक्ष को आगे भी उन पर भरोसा रहेगा। वे उनकी बात को कभी नहीं टालेंगे। उनके मांगने पर ही हमने सरगुजा में मेडिकल कॉलेज व इंजीनियरिंग कॉलेज दिए। इसके जवाब में टीएस सिंहदेव ने कहा कि ऐसा कहकर सीएम केवल भ्रम फैला रहे हैं।
भ्रम फैलाना भाजपा के खून में है। उन्होंने कहा कि जो सीएम केवल भ्रम फैलाता हो उसे आगे चुनाव में जीतते कैसे देख सकते हैं और जनता उन्हें क्यों जिताएगी।