बोट पलटने की वजहों का अब तक पता नहीं द्वितीय विश्वयुद्ध की जमाने की बोट ‘डक डब्ल्यू’ की तर्ज पर बनाई गई इस बोट के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों का वास्तव में पता नहीं चल सका है। लेकिन माना जा रहा है तेज हवाओं की वजह से बोट ने संतुलन खो दिया। जिस समय बोट दुर्घटना ग्रस्त हुई, वहां तेज तूफान भी चल रहा था लेकिन यह निश्चित नहीं है कि यह दुर्घटना तूफान की वजह से हुई या नहीं। तूफान के समय झील पर अन्य नौकाएं भी थीं जो सुरक्षित रूप से डॉक में लौट आईं। अब माना जा रहा है कि 60 मील प्रति घंटे से चलने वाली हवाएं, बिजली की कड़क, मध्यम बारिश और 2 मील की दूरी तक फ़ैली धुंध से दृश्यता में कमी आई थी जिसकी वजह से यह बोट दुर्घटनाग्रस्त हुई।
लहरों में घिर गई थी बोट टीवी फुटेज से पता चलता है कि डूबने की कुछ समय पहले बोट तेज लहरों में गिर गई थी। लहरों का दबाव इतना तेज था कि बोट उनसे पार नहीं पा सकी और तेज भंवर में जा फंसी। मूल कंपनी राइड डॉट ब्रांसन की सहयोगी रिपली एंटरटेनमेंट के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी मौके पर उपस्थित अपने कर्मचारियों के संपर्क में है। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि जिस बोट का एक्सीडेंट हुआ है, वह कंपनी का नहीं था बल्कि किराए पर लिया गया था जैसा कि एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में दावा किया गया था।