घूघरा गांव के हनुमान नगर में वारदात, पीडि़त परिवार सुबह 5 बजे से करता रहा पुलिस का इंतजारc
अजमेर(Ajmer news). जिला पुलिस के आलाधिकारी सिपाही भर्ती की परीक्षा में व्यस्त रहे। इधर, पारदी गिरोह घूघरा गांव में एक मकान में दीवार और सीमेंट की जाली काटकर दाखिल हुआ। मकान मालिक के कमरे की कुंडी लगाकर दूसरे कमरे में रखे संदूक व अलमारी से लाखों रुपए की ज्वैलरी-नकदी चुरा ले गए। सुबह जाग होने पर कमरे का दरवाजा बंद मिला तो चोरी का पता चला। पीडि़त परिवार ने सिविल लाइंस थाने में सूचना दी लेकिन देर शाम को पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची।
घूघरा हनुमान नगर निवासी नरेश ने बताया कि रात करीब एक बजे तक उनका परिवार जगा हुआ था। डेढ़ बजे सब अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। सुबह पांच बजे नींद खुली तो उसके कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। उसने अपनी मां व भाई को कॉल करके उसका कमरा बाहर से बंद होने की जानकारी दी। परिवार के बाकि सदस्यों के कमरे भी बाहर से बंद थे। पास ही के मकान से रिश्तेदार को बुलवाया। दरवाजा खोलने पर देखा तो दूसरे कमरे में सारा-सामान बिखरा हुआ था। चोर संदूक का ताला तोड़कर उसकी मां हीरादेवी के मांदलिया, कनकती व 50 हजार रुपए की नकदी जबकि नरेश की पत्नी का मंगलसूत्र, कान के टॉप्स, 20 हजार रुपए की नकदी चुरा ले गए। इसके अलावा रसोइघर से बर्तन तक चुरा ले गए। करीब 5 लाख रुपए का सामान चोर समेट ले गए।
प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि वारदात का तरीका पारदी गिरोह के वारदात अंजाम देने के तरीके से मिलता जुलता है। चोरी की वारदात रात 2 से 4 बजे के बीच अंजाम दी गई। चोर मकान की दीवार ढहा कर व सीमेंट की जाली काटकर दाखिल हुए। मकान में सो रहे मकान मालिक के कमरे का बाहर से कुंदा लगा दिया। इसके पश्चात इत्मिनान से चोरी की वारदात को अंजाम दिया। मकान मालिक नरेश के मुताबिक चोर गिरोह में 8-10 लोग शामिल थे।
पीडि़त नरेश ने बताया कि वारदात की सूचना सुबह 5 बजे सिविल लाइंस थाना पुलिस को दे दी गई लेकिन सूचना देने के बाद भी पुलिस की टीम नहीं पहुंची। उन्होंने घूघरा सरपंच के जरिए भी पुलिस को मकान में चोरी की सूचना दे दी लेकिन पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में व्यस्त रही।
पारदी गिरोह पहले भी पुष्कर रोड बायपास स्थित आवासीय कॉलोनी में सूने प्लेट का ताला तोड़कर वारदात अंजाम दे चुका है। गतदिनों घूघरा में दिनदहाड़े चोरी की वारदात भी पेश आ चुकी है। इसके अलावा एमडीएस विश्वविद्यालय, कायड रोड व आसपास के आवासीय क्षेत्र में अब तक दर्जनों चोरी की वारदात हो चुकी हैं। पूर्व में भी सीसीटीवी फुटेज में गिरोह के सदस्य नजर आ चुके है लेकिन अब तक पारदी गिरोह का सुराग नहीं लग सका है।