नीमराणा कस्बे के हीरो चौक स्थित यदुवंशी कॉलोनी में जय गेस्ट हाउस के बेसमेंट में आग लगने से वहां सो रहे पांच युवक झुलस गए। हादसे में गंभीर रूप से घायल एक युवक की उपचार के दौरान जिला अस्पताल बहरोड़ में मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया है।
नीमराणा कस्बे के हीरो चौक स्थित यदुवंशी कॉलोनी में जय गेस्ट हाउस के बेसमेंट में आग लगने से वहां सो रहे पांच युवक झुलस गए। हादसे में गंभीर रूप से घायल एक युवक की उपचार के दौरान जिला अस्पताल बहरोड़ में मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया है। घटना के बाद औद्योगिक क्षेत्र सहित पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
जानकारी के अनुसार रात करीब 2:51 बजे 108 कंट्रोल से आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही नीमराणा थानाधिकारी राजेशकुमार मीणा पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। आग गेस्ट हाउस के बेसमेंट स्थित कमरा नंबर 101, 102, 104, 105 और 106 में लगी हुई थी, जहां युवक सो रहे थे।
आग लगते ही बेसमेंट में घना धुआं भर गया। इसी दौरान पुलिस थाना नीमराणा में तैनात कांस्टेबल सतनाम सिंह ने मुंह पर मफलर बांधकर धुएं से भरे बेसमेंट में प्रवेश किया। सतनाम सिंह ने अलग-अलग कमरों में फंसे छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर बड़ा हादसा टाल दिया। उनकी तत्परता और बहादुरी से कई जिंदगियां बच सकीं। स्थानीय लोगों व अधिकारियों ने उनके साहस की सराहना की है।
पिंटू कुमार (33) निवासी बुलंदशहर (उ.प्र.),
सुखराम (39) निवासी दिल्ली,
जगदीश (33) निवासी जालोर,
भैराराम (33) निवासी सांचौर,
गोविंद कुमार सिंह (36) निवासी बिहार,
गोपी (30) निवासी गोरखपुर (उ.प्र.) शामिल हैं।
सभी को तत्काल नीमराणा के निजी अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से पिंटू कुमार की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल बहरोड़ ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जगदीश की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जयपुर रेफर किया गया है। गोविंद और गोपी सोनी का उपचार नीमराणा के निजी अस्पताल में चल रहा है, जबकि अन्य घायलों की हालत सामान्य बताई जा रही है। मृतक का शव जिला अस्पताल बहरोड़ की मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजनों के पहुंचने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
घटना के बाद पुलिस ने एएफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) और फायर सेफ्टी अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। आग लगने के कारणों की जांच के लिए मौके से आवश्यक नमूने एकत्र किए गए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उक्त गेस्ट हाउस/पीजी में आपदा प्रबंधन और फायर सेफ्टी के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। बेसमेंट में सुरक्षित निकासी व्यवस्था और फायर सेफ्टी मानकों की कमी के कारण स्थिति गंभीर हुई। इस पहलू पर गेस्ट हाउस प्रबंधन की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
थानाधिकारी राजेश कुमार मीणा ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। एएफएसएल रिपोर्ट व फायर सेफ्टी जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी। गेस्ट हाउस को एहतियातन खाली करवा दिया गया है।