उच्च गुणवत्ता वाले कृषि आदान सुनिश्चित करने के लिए प्रदेशभर में सघन जांच
रबी की फसलों की बुवाई के अहम चरण में किसानों को उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा उच्च गुणवत्ता के कृषि आदान (फर्टिलाइजर, बीज) प्रदान करने के उद्देश्य से कृषि आयुक्तालय जयपुर की टीम ने प्रदेशभर में निरीक्षण शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में टीम ने भीलवाड़ा जिले में खाद और बीज की दुकानों का सघन निरीक्षण किया और अनियमितता पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने बताया कि कृषि आयुक्तालय के जल उपयोगिता प्रकोष्ठ के सहायक निदेशक जितेंद्र कुमार नोगिया और नरेंद्र जैन ने भीलवाड़ा में कई प्रतिष्ठानों का जायजा लिया।
टीम ने निम्बार्क ऐजेन्सी पर स्टॉक को निर्धारित तिथि तक संधारित नहीं रखने और पोटाश डेविडेट फ्रोम मोलासिस को पीओएस मशीन में इंद्राज कराए बिना पाया। इस गंभीर अनियमितता के चलते फर्म की बिक्री पर तत्काल रोक लगा दी गई है। फर्म को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसी प्रकार हिंदुस्तान सीड्स एंड फर्टिलाइजर के प्रतिष्ठान को बिल बुक को निर्धारित सरकारी प्रारूप में संधारित करने के कड़े निर्देश दिए गए।
संयुक्त निदेशक जैन ने बताया कि विभाग की ओर से वर्तमान में रबी गुण नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत कीटनाशी, बीज और उर्वरकों के नमूने लेकर प्रयोगशालाओं में विश्लेषण के लिए भेजे जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को फसल की आवश्यकतानुसार यूरिया और अन्य उर्वरक समय पर मिल सकें, इसके लिए कृषि विभाग कृषि आदान विक्रेताओं के स्टॉक और गोदामों का लगातार निरीक्षण कर रहा है।
विभाग के निरीक्षकों को कृषि आदान प्रतिष्ठानों का सघन निरीक्षण करने, मौके पर मौजूद उर्वरक के स्टॉक का पीओएस मशीन और स्टॉक रजिस्टर से अनिवार्य रूप से मिलान करने के निर्देश दिए गए हैं। संयुक्त निदेशक जैन ने चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर अनियमितता या कालाबाजारी पाए जाने पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
किसानों की सुविधा के लिए जिला स्तर पर कालाबाजारी की शिकायत दर्ज कराने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इसके प्रभारी कृषि अधिकारी (सामान्य) रमेश चंद्र चौधरी तथा सह प्रभारी कृषि पर्यवेक्षक को किसान कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।