ग्रहण का सूतक काल दिन में 12.50 बजे से आरंभ होगा
इस वर्ष भादवा शुक्ला पूर्णिमा रविवार को संपूर्ण भारत में चंद्र ग्रहण दृश्य होगा। इस दिन चंद्र ग्रहण रात्रि 9.57 बजे से रात 1. 27 बजे तक रहेगा। ग्रहण का सूतक काल दिन में 12.50 बजे से आरंभ होगा। श्राद्ध पक्ष एवं पूर्णिमा श्राद्ध भी इसी दिन है अतः जिन व्यक्तियों को श्राद्ध कर्म करने हैं वह दोपहर में 12.30 बजे तक कर लेवे। चंद्र ग्रहण शतभिषा नक्षत्र एवं कुंभ राशि मंडल पर मान्य है इन राशि नक्षत्र वालों को ग्रहण दर्शन नहीं करने चाहिए।
इष्ट जप, गुरु मंत्र जाप
बालाजी मंदिर महंत पंडित आशुतोष शर्मा ने बताया कि किसी भी मंत्र की एवं देव उपासना इस कालावधि में चार गुना अधिक फलदाई मानी गई है। सूतक अवधि से मोक्ष काल तक मंदिर दर्शन, पूजा पाठ बंद रहेंगे। ग्रहण शुद्ध उपरांत सभी सेवाएं की जाएगी। ग्रहण काल एवं बाद में दान पुण्य का विशेष महत्व है। मेष ,वृषभ, कन्या, धनु राशि के लिए शुभ सुखद फल मिथुन, सिंह, तुला, मकर राशि के लिए सामान्य मध्यम फल कर्क, वृश्चिक, कुंभ, मीन राशि के लिए नेष्ट, अशुभ दर्शन योग्य नहीं है।