पति ने लगाया अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप
निर्वाचन विभाग के कार्यों में अधिकारियों की ओर से लक्ष्य पूरा करने का बनाया जा रहा अत्यधिक दबाव भीलवाड़ा में एक महिला बीएलओ की जान पर भारी पड़ गया। आरसी व्यास कॉलोनी स्थित भाग संख्या 197 में तैनात महिला बीएलओ विनीता दाधीच की एसआइआर के फॉर्म भरते समय अचानक तबियत बिगड़ गई। गंभीर हालत में उन्हें उदयपुर रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन हेमरेज बताया है और तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी है। ऑपरेशन के बाद महिला आइसीयू में भर्ती है।
15 घंटे काम, 100 से अधिक कॉल का प्रेशर
गांधीनगर स्कूल में अध्यापिका विनीता दाधीच पिछले कुछ दिनों से एसआइआर के तहत फार्म भरने के कार्य में लगी हुई थी। उनके पति परमेश्वर शर्मा जो सुभाषनगर स्थित स्कूल में शिक्षक है´, ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों की ओर से 'प्रथम आने' के लिए लगातार इतना ज्यादा दबाव बनाया जा रहा है कि विनीता मानसिक तनाव सहन नहीं कर पाईं और अपने घर पर बेहोश हो गई। शर्मा के अनुसार विनीता को 24 घंटे में से 15 घंटे तक काम करना पड़ रहा था, साथ ही दिनभर में 100 से अधिक फोन पर बात करने और लोगों से मिलने का दबाव था। इसी अत्यधिक कार्यभार और तनाव के चलते उनकी तबीयत बिगड़ी।
कलक्ट्रेट की बैठक में मिली थी फटकार
परमेश्वर शर्मा ने बताया कि एसआइआर फार्म भरने को लेकर उन पर लगातार प्रेशर डाला जा रहा था। उन्होंने बताया कि गत दिनों जिला कलक्ट्रेट कार्यालय में हुई एक बैठक के दौरान एक अधिकारी ने मोबाइल में अपलोड किए जा रहे फॉर्म की संख्या कम होने पर विनीता को फटकार भी लगाई थी। इससे वह गहरे मानसिक आघात में थीं।
निजी अस्पताल से उदयपुर रेफर
बेहोश होने की जानकारी मिलते ही परमेश्वर शर्मा अपनी पत्नी विनीता को आरसी व्यास कॉलोनी स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। बाद में उन्हें नेहरू रोड स्थित दूसरे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत उदयपुर के लिए रेफर कर दिया गया। उदयपुर में इलाज कर रहे डॉक्टरों ने ब्रेन हेमरेज की पुष्टि की है। शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना सुपरवाइजर नंदकिशोर जोशी को दी गई थी। बाद में दो लोग अस्पताल भी पहुंचे थे, लेकिन वे कौन थे, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।